बिहार चुनाव में भले ही अभी कुछ महीनों का समय शेष है लेकिन नेताओं की हर गतिविधि चर्चा के केंद्र में हैं। रमजान के मौके पर इफ्तार पार्टियों का दौर जोरों पर था। नीतीश कुमार और लालू यादव से लेकर चिराग पासवान तक हर कोई दावत-ए-इफ्तार दे रहा था। लालू यादव की इफ्तार पार्टी में कई मुस्लिम संगठन के प्रतिनिधि पहुंचे लेकिन कांग्रेस के बड़े नेता नदारद दिखे। इतना ही नहीं, मुकेश सहनी भी नहीं नजर आए। इससे सवाल उठ रहा है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक तो है ना? राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं का लालू यादव की इफ्तार पार्टी में न आना कई सवाल खड़े करता है। ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि चुनाव नजदीक हैं और ऐसे में नेताओं का एक साथ दिखना जरूरी होता है। मुकेश सहनी आरजेडी के प्रमुख समर्थकों में से एक माने जाते हैं। ऐसे में उनका इफ्तार पार्टी में न दिखना कई लोगों को हैरान कर रहा है। हालांकि आरजेडी नेताओं का कहना है कि सब कुछ ठीक है और कांग्रेस के नेता अपने क्षेत्र में व्यस्त थे। लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा जारी है कि महागठबंधन में कुछ तो गड़बड़ है। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में इन पार्टियों के नेता इस मुद्दे पर क्या सफाई देते हैं और क्या वाकई में महागठबंधन में सब कुछ ठीक हो पाता है या नहीं।
उधर चिराग पासवान ने भी इफ्तार पार्टी दी जिसमें बीजेपी और कई दलों के नेता नजर आए। चिराग पासवान ने कहा हम लोग लगातार इसका आयोजन करते आए हैं। मेरे पिता रामविलास पासवान जी ने इसकी शुरुआत लम्बे समय से की थी उनकी इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हम लोगों ने भी हर साल की तरह इस साल भी इफ्तार का आयोजन किया था।