भाजपा अपने नए अध्यक्ष की तलाश कर रही है और जल्द ही पार्टी इसकी घोषणा कर सकती है। वर्तमान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल साल 2023 में ही खत्म हो गया था लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के चलते उनका कार्यकाल बढ़ा दिया था। अब वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हैं और पार्टी के अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी सम्भाल रहे हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया भी जारी है। कई राज्यों के अध्यक्ष चुने जा चुके हैं तो कई राज्यों में अभी चुनना बाकी है। इस बीच बड़ा सवाल उठ रहा है कि बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा और इसकी घोषणा कब होगी?
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि आने वाले समय में बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु और केरल में चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री हो या पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष इनमें से जब भी पीएम मोदी ने किसी को चुना है तो वो चैंकाने वाला रहा है। हाल ही में बीजेपी ने कई राज्यों में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद सीएम के नाम पर मुहर लगी इसकी बानगी हर किसी ने देखी। अब ऐसा ही कुछ बीजेपी अध्यक्ष को लेकर भी होने वाला है। इसमें कोई दो राय नहीं कि पीएम मोदी और मोहन भागवत द्वारा नाम पर सहमति बनने के बाद ही नए अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी।
पार्टी के सूत्रों की मानें तो चुनाव की प्रक्रिया नवरात्रि में कभी भी शुरू हो सकती है। पार्टी ने 10 अप्रैल को अपने शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों और सभी राज्यों के अध्यक्षों, चुनाव प्रभारियों को दिल्ली बुलाया है। समझा जा रहा है कि नाम घोषित होने के बाद राज्यों से प्रस्ताव मंगाए जाएंगे। पार्टी संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आधे से ज्यादा राज्यों में अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए। पार्टी सूत्र बताते हैं कि आधे से ज्यादा में चुनावी प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है, लेकिन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में पेंच फंसा हुआ है।
इन तीनों ही राज्यों में जातीय समीकरण साधना बड़ी चुनौती बना हुआ है। पार्टी में एक मत तीनों प्रदेशों में ब्राह्मण चेहरा देने की है। लेकिन उत्तर प्रदेश में पिछड़े को मौका देने की बात चल रही है। मध्य प्रदेश में दो दशक से चल रहा ब्राह्माण ओबीसी के तालमेल को तोड़ने की बात हो रही है। वहां पर प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्माण रहा तो मुख्यमंत्री ओबीसी। अब पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का पद आदिवासी चेहरे को देने की सोच रहा है। यहां कभी कोई आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष नहीं रहा।
18 से 20 अप्रैल को बीजेपी की नेशनल एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक बेंगलुरु में होने वाली है। सम्भावना जताई जा रही है कि नेशनल एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक से पहले ही बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। यानी भाजपा के नए अध्यक्ष की घोषणा 4 अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच हो सकती है। वैसे तो अध्यक्ष पद के लिए कई दावेदार हैं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान और शिवराज सिंह चैहान का भी नाम अध्यक्ष पद के लिए चल रहा है। इसके अलावा दो अन्य ऐसे नाम हैं जो इस पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। ये हैं भूपेंद्र यादव और निर्मला सीतारमण। दोनों ही मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और पार्टी नेतृत्व और संघ के भी करीबी हैं।
ऐसे में आरएसएस की बेंगलुरु में तीन दिवसीय प्रतिनिधि सभा की बैठक और पीएम मोदी की आरएसएस मुख्यालय पहुंचने के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है। वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रतिनिधि सभा की बैठक में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। उसके अगले ही दिन नड्डा ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में बीजेपी संगठन में चल रहे चुनावों पर चर्चा हुई। इस मुलाकात की टाइमिंग के आधार पर ही कयास लगाए जा रहे हैं कि अप्रैल के दूसरे हफ्ते तक बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है।