एक्टर शशि कपूर एक जमाने में लोगों के दिलों पर राज किया करते थे। कुछ समय तक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में काम करने के बाद उनके पास कम उम्र में भी फिल्म के ढेरों ऑफर्स आने लगे। जिस कारण वे अपना आधा वक्त फिल्मों की शूटिंग में ही गुजारते थे। उनकी इसी व्यस्तता के कारण उनके भाई उन्हें टैक्सी बुलाते थे।
इस बात का खुलासा एक शो में शशि कपूर के भतीजे और राज कपूर के बेटे एक्टर ऋषि कपूर ने किया था। शो में ऋषि के अलावा अमिताभ बच्चन भी थे। अमिताभ कहते हैं- “उस वक्त एक्टर्स के पास 2-3 फिल्में होती थी, लेकिन शशि कपूर के पास कम से कम 25 फिल्में होती थी। वे हर दो घंटे में किसी ना किसी जगह शॉट देते रहते थे।” उनकी इस बात को सुनकर ऋषि ने अपने चाचा का निकनेम का खुलासा किया था। ऋषि ने कहा- “इसलिए पापा जी (राज कपूर) उन्हें (शशि कपूर को) टैक्सी कह कर बुलाते थे।”
शशि कपूर को साल 2011 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड के अलावा तीन बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड और दो फिल्म फेयर अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। तदबीर से डेब्यू करने के बाद उन्होंने आग, संग्राम, आवारा में चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में काम किया।
फिर धरमपुत्र उनकी बतौर लीड एक्टर पहली फिल्म थी। इसके बाद तो उन्होंने जब जब फूल खिले, हसीना मान जाएगी, एक श्रीमान एक श्रीमति, कन्यादान, शर्मिली, पतंग, चोरी-चोरी, आ गले लग जा, चोर मचाए शोर, रोटी कपड़ा और मकान, दूसरा आदमी, चोर सिपाही, सत्यम शिवम सुंदरम, हीरालाल पन्नालाल, शान, नमक हलाल आदि कई फिल्मों में काम किया।
उनकी निजी जिंदगी की बात करें तो शशि ने एक्ट्रेस जेनिफर केंडल से शादी की थी। उनके तीन बच्चे कुणाल कपूर, करण कपूर और संजना कपूर हैं। शशि कपूर ने 4 दिसंबर 2017 को अपनी अंतिम सांस ली थी।