प्रियंका चोपड़ा मिस वर्ल्ड, अभिनेत्री के साथ-साथ वैश्विक स्टार पर समाज सुधार संघों द्वारा भी जुडी हुई हैं। उसी सिसिले में वह बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ के उद्देश्य को पूरा करने के लिए तीन सालों के लंबे समय के बाद भारत आई हैं। उनके भारत आने के बाद से वह लगातार सुर्ख़ियों में बनी हुई हैं। आप देख रहे होंगे प्रियंका लगातार सोशल मीडिया पर अपने भारत दौरे की तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रही हैं। दरअसल, प्रियंका दसियों साल से बाल विकास के लिए काम कर रही थीं जिसके बाद 2016, में उन्हें यूनिसेफ (यूनाइटेड नेशंस इंटरनेशनल चिल्ड्रन फंड) की एम्बेसडर बना दिया गया। अम्बेसडर बनने के बाद वह इस संस्था के उद्देश्यों को विश्व भर में पूरा करने की कोशिश में लगी हुई हैं। इसी सिलसिले में तीन साल बाद भारत आई हैं, लेकिन उनके खिलाफ कई राज्यों में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
दरअसल लखनऊ में उन्हें बीते सोमवार को अलग-अलग आंगनबाड़ी केंद्रों में जाते और बच्चों से मिलते देखा गया था। लखनऊ के गोमतीनगर में प्रियंका चोपड़ा के विरोध में पोस्टर लगाए गए। उन पोस्टरों में लिखा गया था- ”यू आर नॉट वेलकम इन दी सिटी ऑफ़ नवाब’ यानी नवाबों के शहर में तुम्हारा स्वागत नहीं है। प्रियंका चोपड़ा बारी-बारी यूनिसेफ के प्रोग्राम के तहत दो दिनों के दौरे पर लखनऊ में हैं। गोमती नगर के संत मूलक चौराहे के पास एक्ट्रेस के विरोध में पोस्टर लगाया गया था।
हालाँकि यह पता नहीं चला है कि ये पोस्टर किसने लगवाए है, और इसके बारे में गोमती नगर पुलिस अभी जांच कर रही है। आपको बता दें कि प्रियंका चोपड़ा लखनऊ में 2 दिन के लिए मौजूद है। इस दौरान वह यूनिसेफ की तरफ से कई प्रोग्राम अटेंड करेंगी। बीते सोमवार को उन्होंने प्राथमिक विद्यालय में जाकर स्कूल की गतिविधियों में शामिल हुई आंगनबाड़ी केंद्र में मीना मंच से रूबरू हुई गतिविधियों का अवलोकन किया। जिसके बाद वह लोक बंधु अस्पताल जाएंगी और वन स्टॉप सेंटर 181 महिला हेल्पलाइन का दौरा भी करेंगी । इसके अलावा वह न्यू बोर्न केयर यूनिट और महिला चिकित्सालय के साथ गोमतीनगर स्थित यूनिसेफ कार्यालय पहुंचेंगी। आपको बता दें कि लखनऊ में आंगनबाड़ी केंद्रों में जाते हुए प्रियंका चोपड़ा ने कई वीडियो और फोटो शेयर किए थे।
उस दौरान उनका का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें लैंगिक असमानता के बारे में बात करते देखा गया। उस वीडियो में प्रियंका कह रही थीं, ‘अभी मैं यूनिसेफ के साथ भारत के लखनऊ में हूं। हम लड़कियों के खिलाफ हिंसा और भेदभाव को खत्म करने के उद्देश्य से किए जा रहे काम को देखने के लिए यूनिसेफ के अलग-अलग भागीदारों के पास जा रहे हैं। मैं रोजमर्रा की जिंदगी में उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में सुनूंगी और समाधान देखूंगी, क्योंकि बड़े पैमाने पर समाधान की जरूरत है।’