सुशांत सिंह राजपूत के मौत के इतने दिनों बाद भी बॉलीवुड और फैंस इस झटके से नहीं उभर पाएं हैं। जहां फैंस लगातार बॉलीवुड में नेपोटिज़्म को लेकर सवाल कर रहे हैं। वहीं चाहे वो एक्टिंग प्रोफेशनल में हो या डायरेक्टर या फिर म्यूजिक इंडस्ट्री के हो नेपोटिज़्म को लेकर कई सितारे अपनी बात रख रहे हैं तो कई इस बात को खारिज भी करते नजर आ रहे हैं। एक तरह से नेपोटिज़्म के कारण पूरा बॉलीवुड दो गुटों में बंट गया है। यह मामला बढ़ता ही जा रहा है।
हाल ही में सोनू निगम ने म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े कई बातें कहीं थी और उन्होंने साफ कहा था कि इसे नहीं रोका गया तो म्यूजिक इंडस्ट्री से भी आत्महत्या की खबर आ सकती है। सोनू निगम ने आरोप लगाया था कि म्यूजिक इंडस्ट्री में कई बड़े माफिया हैं, जो म्यूजिशियंस का शोषण करते हैं। उनकी इस बात का समर्थन करते नज़र आ रही हैं सिंगर मोनाली ठाकुर। उनका कहना है कि म्यूजिक इंडस्ट्री में टैलेंटेड लोगों को चींटी की तरह पीस दिया जाता है। यह बात बॉलीवुड स्पाय के साथ इंटरव्यू के दौरान मोनाली ने कहा है।
उन्होंने कहा, ” मैं उनकी शुक्रगुजार हूं क्योंकि वे सीनियर हैं और काफी समय से इंडस्ट्री में हैं। इंडस्ट्री में उनका बड़ा नाम है और आइकॉनिक म्यूजिशियन में से एक हैं। वे इन सब चीजों से ऊपर उठ चुके हैं। उन्होंने सच कहा कि म्यूजिक इंडस्ट्री में माफियागिरी है। किसी को उसका हक नहीं मिलता है। यही वजह है कि मैं म्यूजिक इंडस्ट्री के माहौल को पसंद नहीं करती हूं। यहां तक कि अब मैं मूवी में गाने का प्रयास भी नहीं करती हूं। मैंने खुद को अलग कर लिया है क्योंकि मुझे अपने मेंटल हेल्थ की चिंता है।”
Singer #MonaliThakur lauds #SonuNigam for speaking out against music labels, says they promote mediocre talent
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— Desimartini (@DMmovies) June 23, 2020
मोनाली ने आगे कहा, “म्यूजिक लेबल्स द्वारा टैलेंटेड म्यूजिशियंस को चींटी की तरह कुचल दिया जाता है। उन्हें किसी की परवाह नहीं होती है। चींटी की तरह पीस देते हैं। वे ऐसे लोगों को प्रमोट करेंगे, जो औसत दर्जे हैं।” मोनाली कहती हैं कि सोनू ने कहा था म्यूजिक इंडस्ट्री में एंट्री करने वाले सिंगर्स, कंपोजर्स और लिरिसिस्ट को पावरफुल कंपनियां भ्रमित करती हैं, जिनसे अब उनका मोहभंग हो रहा है। सोनू ने विनम्रतापूर्वक इस बात को रखी लेकिन स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गई है।
मोनाली से जब नेपोटिज्म को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि आपको अपनी इनकम का 80 पर्सेंट तक देना पड़ता है तब कहीं जाकर इंडस्ट्री में काम मिलता है। यह सही नहीं है। म्यूजिक लेबल गैंगस्टर हैं। म्यूजिक इंडस्ट्री में नेपोटिज्म नहीं है लेकिन माफियागिरी जरूर है।