‘द कश्मीर फाइल्स’ एक बार फिर देश भर के सिनेमाघरों में 19 जनवरी से रिलीज हो गई है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि एक फिल्म साल भर में दो बार रिलीज हो रही है। निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने दोबारा इस फिल्म को रिलीज करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ 19 जनवरी को रिलीज हो रही है। 19 जनवरी कश्मीरी हिंदू जेनोसाइड के रूप में जाना जाता है। यदि आप ग्रुप में इसके टिकट बुक करते हैं तो आपको सरप्राइज मिलेगा। यह टिकट आप ‘बुक माई शो’ और ‘पेटीएम’ पर 99 रुपये में बुक कर सकते हैं या फिर सीधे सिनेमा घर की टिकट खिड़की से खरीद सकते हैं।
अब यह फिल्म दोबारा रिलीज होगी तो बहुत सारे विवाद फिर से उठेंगे। जब यह फिल्म पहली बार रिलीज हुई थी तो बहुत विवाद हुआ था।
कांग्रेस ने इस फिल्म को प्रोपेगेंडा फिल्म बताया था। ‘द कश्मीर फाइल्स’ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तारीफ कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने फिल्म की तारीफ करते हुए कहा कि इन दिनों इस फिल्म की चर्चा हर ओर हो रही है, जबकि कुछ जमात है, जो इस फिल्म के रिलीज होने के बाद बेचैन हो गई है। इसके बाद कई विपक्षी दलों ने फिल्म के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सवाल किया है कि फिल्म मेकर बताएं यह फिल्म डॉक्यूमेंट्री है या कमर्शियल। अब्दुल्ला ने कहा कि उस वक्त वीपी सिंह साहब की हुकूमत थी, उनके पीछे भाजपा खड़ी हुई थी। वहीं नेशनल कांफ्रेंस के नेता मुस्तफा कमाल ने भी एक विवादित बयान दिया था। कमाल ने कहा था कि कश्मीरी पंडितों के साथ जो हुआ वह उनकी अपनी मर्जी से हुआ।
1990 में हुई इस घटना के लिए फारूक अब्दुल्ला जिम्मेदार नहीं थे, उस समय राज्य में जगमोहन की सरकार थी और उसके जिम्मेदार वह थे। जबकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था की यह फिल्म देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ती है। उन्होंने कहा कि अतीत पर कुछ भी टिप्पणी करना उचित नहीं है। पूरे देश और सभी धर्मों के लोग उस समय की घटनाओं का दर्द महसूस करते हैं। यह फिल्म हिंदू-मुसलमानों और अन्य सभी धर्मों के बीच विभाजन को बढ़ा सकती है।
राजनेताओं के साथ- साथ बॉलीवुड में भी इस फिल्म पर दो हिस्सों में बंटा हुआ था। लेकिन इसके इतर इस फिल्म ने बंपर कमाई की थी और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने दावा भी किया था कि फिल्म को ऑस्कर 2023 के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया हैं। उन्होंने यह भी दावा किया था कि मिथुन चक्रवती, पल्लवी जोशी, दर्शन कुमार, अनुपम खेर सभी को ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेता श्रेणियों के लिए चुना गया था। लेकिन ऐसा नहीं था ‘द कश्मीर फाइल्स’ केवल रिमाइंडर लिस्ट में थी। जिसमें 300 और फिल्में भी शामिल थीं। लिस्ट के शामिल होने से यह गारंटी नहीं मिलती है की फिल्म को ऑस्कर मिल गया है। इस फिल्म को गोवा में भारत के अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में भी प्रस्तुत किया गया था। जहां आईफा के जूरी प्रमुख नदव लापिड ने इसे ‘प्रचार’ और ‘अश्लील’ बताया था। उन्होंने कहा था यह फिल्म हमें एक प्रचार, अश्लील फिल्म की तरह लगा, जो इस तरह के एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक परिस्थिति खंड के लिए अनुपयुक्त है।
आपको बता दे इससे पहले यह फिल्म 2021 में देश भर के सिनेमा घरों में रिलीज हुई थी रिलीज के समय से ही यह फिल्म विवादों में रही। फिल्म में कश्मीरी पंडितों के दर्द के साथ कश्मीरी पंडितों के पलायन और नरसंहार को दिखाया गया है। यह फिल्म उस समय 9 राज्यों में टेक्स फ्री की गई थी। बॉक्स ऑफिस पर रिलीज के बाद इस फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म जी 5 पर रिलीज किया गया था। जिसके बाद अब इसको फिर से सिनेमाघरों में रिलीज किया जा रहा है।