दिन-प्रति-दिन विज्ञान की तरक्की के साथ-साथ एक-दूसरे से जोड़े रखने की तकनीक में भी काफी बदलाव आता गया। सोशल मीडिया का दबदबा दुनिया में बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। दूर देशों में अपने परिचितों से जुड़ने का जो सिलसिला सोशल मीडिया के जरिए शुरू हुआ था, वह आज गंभीर मुद्दों पर जनसमर्थन हासिल करने का भी एक खास माध्यम बन गया है। ‘अन्ना आंदोलन’ से लेकर ‘मी टू’ कैम्पेन तक में इसके जरिए काफी जनसमर्थन मिला। हाल में ऐसा ही एक अनूठा कैम्पेन शुरू हुआ दक्षिण कोरिया में जो काफी चर्चा में रहा। इसका नाम दिया गया ‘हैशटैग नो ब्रा’ यानी महिलाओं के पहने जाने वाले अंतर्वस्त्र के खिलाफ मूवमेंट। दक्षिण कोरिया की महिलाओं ने सोशल मीडिया में ‘हैशटैग नो ब्रा’ के तहत अपनी ऐसी तस्वीरें वायरल की हैं जिसमें उन्होंने ब्रा नहीं पहनी होती है।
दरअसल, दक्षिण कोरिया की पॉप सिंगर और अभिनेत्री सुली के सोशल मीडिया में लाखों फॉलोवर हैं। फॉलोवर भी इतने कि वे कुछ भी अपने इंस्टाग्राम हैंडल में पोस्ट करती हैं तो वह तत्काल वायरल हो जाता है। इसी वर्ष पांच सितंबर को उन्होंने अपनी एक फोटो अपने इंस्टाग्राम में पोस्ट किया जिसमें वह ब्रा नहीं पहनी हुई थीं। जिसे सुली के फॉलोवर ने तुरंत वायरल कर दिया। फिर क्या था देखते ही देखते वह एक मूवमेंट में बदल गया जिसका नाम दिया गया ‘नो ब्रा’ मूवमेंट। इसके जरिए सुली को काफी ट्रोल होना पड़ा। उनके खिलाफ काफी भद्दी-भद्दी टिप्पणियां लिखी जा रही थी। इसी के बाद से ही सुली डिप्रेशन में थीं।
नो ब्रा कैम्पेन के चलते दुनियाभर में सुर्खियां बटोरने वाली पॉप सिंगर सुली दक्षिण कोरिया के सियोल स्थित अपने घर में 14 अक्टूबर को मृत पाई गई हैं। उसकी लाश के पास एक नोट भी मिला है। इस नोट में क्या लिखा है पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है। पच्चीस वर्षीय सुली पिछले कुछ समय से डिप्रेशन का शिकार थीं। ऐसे में उनकी हत्या को सोशल मीडिया की ट्रोलिंग से जोड़कर देखा जा रहा है। सुली ने अपने करियर की शुरुआत एक चाइल्ड आर्टिस्टके तौर पर की थी। 2009 में उन्होंने फीमेल पॉप बैंड ज्वाइन कर लिया था। वह फेमिनिज्म पर अपनी बात बेबाकी से रखने के लिए जानी जाती थीं।