फिल्म ‘देवी’ की स्क्रीनिंग मुंबई में सोमवार को रखी गई थी। ‘देवी’ लघु फिल्म है। फिल्म ‘देवी’ में नौ महिलाओं की कहानी है जो अलग-अलग क्षेत्रों से ताल्लुक रखती हैं। सभी को कुछ हालात के चलते एक कमरे में वक्त बिताना पड़ता है। इस फिल्म में काजोल, श्रुति हासन, नेहा धूपिया, नीना कुलकर्णी, मुक्ता बार्वे, शिवानी रघुवंशी, संध्या म्हात्रे, रमा जोशी और रशास्विनी दयामा ने प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं। इस फिल्म की डायरेक्टर प्रियंका बनर्जी हैं।
‘देवी’ की स्क्रीनिंग के दौरान जब एक रिपोर्टर ने काजोल से पूछा कि क्या #MeToo मूवमेंट के बाद फिल्म सेट्स पर महिलाओं के प्रति व्यवहार में कुछ बदलाव आया है, तो काजोल ने कहा, “हां बदलाव आया है और मैं ये नहीं कहूंगी कि बदलाव सिर्फ फिल्म सेट्स पर ही दिख रहा है। ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि इस आंदोलन के सामने आने के बाद अगर आप कहीं भी किसी भी आदमी से पूछें तो आपको पता चलेगा कि कई बड़े लोगों के इसमें उलझने के बाद अच्छे, बुरे, उदासीन… सभी तरह के आदमी सात कदम पीछे हट गए हैं।”
काजोल ने आगे कहा, “इस मामले में काफी कुछ किया जा चुका है और मुझे लगता है कि इसमें अब भी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है, बहुत सारे विचारों और सावधानी के साथ। मेरी नजर में अच्छे या बुरे से कहीं ज्यादा जरूरत है कि हम लोगों को उनके दैनिक व्यवहार के दौरान ज्यादा जिम्मेदार बनाएं और उन्हें इस बारे में विचार करने के लिए प्रेरित करें।”
After #MeToo movement, yes, men have taken 7 steps back – #kajol on what changes Bollywood has undergone @itsKajolD @shrutihaasan @neenakulkarni @muktabarve@NehaDhupia @Yashaswini__ @priyankabans @ElectricApplesE @LargeShortFilms @ashesinwind@ryanmstephen pic.twitter.com/5KbRdTLQBJ
— PeepingMoon (@PeepingMoon) March 2, 2020
कार्यक्रम में उपस्थित एक्ट्रेस श्रुति हासन ने #MeToo आंदोलन पर कहा कि #MeToo आंदोलन के बाद उन्होंने फ्लाइट में अपने एक को-पैसेंजर को ‘शारीरिक निकटता और उस स्थान पर कैसे व्यवहार करें’ पर एक मैनुअल पढ़ते हुए देखा था।उन्होंने आगे कहा, “जैसा कि काजोल ने बताया, जब कोई सवाल कर रहा है और आप जवाबदेह हैं यही जागरूकता है। यह सामान्य रूप से मानव व्यवहार पर लागू होती है… काफी ईमानदारी से कहूं तो मैंने नहीं सोचा था कि भारत में ये इतने बड़े स्तर तक जाएगा और मुझे वास्तव में गर्व हुआ कि लोगों में बाहर आने और बोलने का साहस था।
गौरतलब है कि #MeToo आंदोलन की शुरुआत हॉलीवुड में हुई थी। 2018 में भारत में अभिनेत्री तनुश्री ने इसकी शुरुआत की। तनुश्री ने नाना पाटेकर पर शारीरिक दुर्व्यवहार का आरोप लगाई थी। इसके बाद अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाली कई महिलाओं ने सोशल मीडिया पर अपने साथ यौन दुर्व्यवहार करने वाले व्यक्तियों के नाम बताए थे। जिसके परिणामस्वरूप एमजे अकबर, अनु मलिक, आलोकनाथ, साजिद खान, विकास बहल और रजत कपूर जैसी कई नामी हस्तियों के नाम सामने आए थे। महिला सशक्तीकरण पर बनी शॉट फिल्म ‘देवी’ की कहानी क्या कहती है ये देखना है।