फिल्म ‘तेजस’ से कंगना रनौत को काफी उम्मीदें थी। लेकिन उनकी उम्मीदों पर दर्शकों ने पानी फेर दिया है जिससे फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी। कंगना की यह पहली फिल्म नहीं है जो फ्लॉप हुई है, बल्कि इसकी सूची काफी लंबी है। अब तक उनकी चालीस फिल्मों में से यह चौतीसवीं फिल्म है जो कामयाबी की चौहद्दी नहीं छू पाई। ऐसे में चर्चा है कि क्या अब बॉलीवुड में कंगना का शटर डाउन हो गया है?
कगना रनौत ने रोमांटिक थ्रिलर फिल्म ‘गैंगस्टर’ से फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। वे अब तक फैशन, क्रिश -3, तनु वेड्स मनु, क्वीन, मणिकर्णिका, नॉक आउट जैसी लगभग 39 फिल्मों में काम कर चुकी है। लेकिन इनमें से 33 फिल्में फ्लॉप रहीं। पिछले सप्ताह रिलीज हुई फिल्म तेजस भी उनकी इसी लिस्ट में शामिल हो गई है। ऐसे में सवाल यह है कि अच्छा काम करने के बावजूद भी क्यों कंगना का जादू दर्शकों पर नहीं चल रहा है। पिछले वर्ष उनकी फिल्म धाकड़ रिलीज हुई थी। दर्शकों को इस फिल्म की कहानी तो बहुत पसंद थी। उसके मुख्य किरदार में कंगना थी तो शायद दर्शकों ने सिनेमाघरों का रुख नहीं किया। कंगना से दर्शक इस कदर नाराज थे कि रिलीज के 8वें दिन इस फिल्म के देशभर में मात्र 4 हजार 420 रुपए के टिकट बुक हुए थे। कुछ ऐसा ही हाल अब फिल्म ‘तेजस’ का हुआ है। आलम यह है कि फिल्म रिलीज के तीसरे दिन एक भी टिकट बुक न होने से शो रद्द करने पड़े। ऐसे में सोशल मीडिया में कंगना को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब बॉलीबुड में कंगना का शटर डाउन होने वाला है?
कहा जा रहा था कि फिल्म तेजस से कंगना को काफी उम्मीद थी। इस फिल्म की कहानी को समीक्षक दमदार बता रहे थे। लेकिन दर्शकों ने खराब विजुअल इफेक्ट्स की बात कह फिल्म को नकार दिया। एक तरह से फिल्म तेजस की क्रैश लैंडिंग हो गई है। चर्चा यह भी है कि कंगना के बेतुके बयान का असर भी उनकी फिल्मों पर पड़ रहा है। कंगना रनौत बॉलीबुड में बेबाक क्वीन के नाम से जानी जाती हैं। उनको हिंदी सिनेमा में आए 17 वर्ष हो चुके हैं। इस लंबे फिल्मी करियर में उन्होंने 40 फिल्में की हैं लेकिन ज्यादातर उनकी फिल्में फ्लॉप ही रही है। तेजस उनकी 40वीं फ्लॉप फिल्म है। तेजस को लेकर उनके फैंस खासे उत्साहित नजर आ रहे थे। लेकिन यह फिल्म जब पर्दे पर आई तो उन्हें इंप्रेस करने में नाकामयाब नजर आई। तेजस को देशभर के 1300 स्क्रीन पर रिलीज किया गया था।
इसके बावजूद भी फिल्म पहले दिन ही दम तोड़ती नजर आई। पहले दिन फिल्म का कलेक्शन मात्र 1 ़25 करोड़ रुपए था जबकि दूसरे दिन का क्लेक्शन 1 .30 करोड़ आया- इस तरह तीन दिनों में टिकटों से कुल क्लेक्शन 3 ़80 करोड़ तक सिमट कर रह गया। इसके बाद कलेक्शन में गिरावट जारी है। कई सिनेमा घर ऐसे थे जिनमें खराब रिस्पॉन्स के चलते कंगना रनौत की फिल्म को पहले ही हफ्ते में हटा दिया गया है। न्यूज पोर्टल ‘हंगामा डॉट कॉम’ के अनुसार सिनेमा मालिकों का कहना है कि 29 अक्टूबर को तीसरे ही दिन इसका काफी बुरा हाल रहा। सिर्फ 10-12 लोग ही फिल्म देखने के लिए पहुंचे थे। फिल्म समीक्षकों की माने तो इस चलते 50 प्रतिशत शोज कैंसिल करने पड़े थे। इस फिल्म से ज्यादा तो फिल्म 12वीं फेल के शो फुल चल रहे हैं।
गौरतलब है कि बीते आठ वर्षाे में कंगना की 11 फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई हैं वहीं आखिरी हिट फिल्म ‘तनु वेड्स मनु’ थी जो 2015 में रिलीज हुई थी। इसके बाद से कोई भी हिट फिल्म उनकी झोली मैं ही आई है। ऐसे में कंगना का फिल्मी करियर हाशिए की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। उनकी आने वाली पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर भी इसका साया पड़ सकता है। यह फिल्म 24 अक्टूबर को रिलीज होनी थी लेकिन निर्माताओं ने इसको 2024 तक के लिए टाल दिया है। फिल्म निर्माता इस समय कंगना के डावाडोल होते फिल्मी करियर से चिंतित हैं। उनकी सोच है कि अगले साल तक उनके फिल्मी केरियर में उठान आ सकता है। जिसके चलते ही इमरजेंसी को इस साल तक के लिए होल्ड कर दिया गया है। इस फिल्म में कंगना दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में नजर आएंगी।
भारी पड़ती कंट्रोवर्सी
अभिनेता या अभिनेत्री राजनीति में आने के लिए किसी न किसी पार्टी का समर्थन करते रहते हैं। कंगना भी उन्हीं में से एक हैं जो एक विशेष पार्टी का समर्थन करती हैं। वह कभी-कभी ऐसी बयानबाजी भी करती हैं जिससे देश भर में हंगामा हो जाता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ जब फिल्म ‘तेजस’ की स्पेशल स्क्रीनिंग के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह फिल्म देखी। तब कंगना रनौत ने कहा मैंने तो देखा कि योगी जी की आंखों में आंसू आ गए थे, वो भावुक हो गए। फिल्म देखकर उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वो हमें सपोर्ट करेंगे और जो राष्ट्रवादी लोग हैं, उन्हें प्रोत्साहित करेंगे और इस फिल्म से जुड़ेंगे।
हमें बहुत अच्छा लगा। देखिए हम तो यही चाहते हैं कि ये फिल्म बच्चों के लिए बनी है। इसे स्कूल में दिखाया जाए और लोग अपनी फैमिली को लेकर फिल्म देखने जाएं। इस बयान पर जनता उन्हें खूब खरी-खोटी सुना रही है। एक यूजर ने तो यहां तक लिख दिया कि अब तो अंधभक्त भी देशद्रोही हो गए हैं। क्योंकि वो भी फिल्म देखने नहीं जा रहे हैं। इससे पहले भी कंगना ने कई विवादित बयान दिए हैं। उनका एक बयान यह भी था कि 1947 में भारत को आजादी नहीं, बल्कि ‘भीख’ मिली थी। असली स्वतंत्रता 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई। उनके इस बयान से देश में खूब हंगामा मचा था।