भविष्य और भूतकाल की फिल्म ‘कल्कि’ में मानवीय संहारों के दृश्यों को जिस कलाकारी से नाग अश्विन ने बुना है उससे तो यही लगता है कि फिल्म इस पार्ट में तो कमाई कर ही रही है और पार्ट-2 में भी जबरदस्त कमाई करेगी। इसके विजुअल काफी शानदार हैं जो आपको भविष्य की दुनिया में खो जाने पर मजबूर कर देगें। फिल्म में भविष्य की ऐसी दुनिया को दिखाया गया है जहां ऑक्सीजन नहीं है, कॉम्प्लेक्स को छोड़कर कोई अच्छा घर नहीं है। सब जगह कवाड़ भरा हुआ है, आर्थिक असमानता बहुत बद्तर है, इंसानों को बिकता हुआ दिखाया गया है। महिलाओं का अपने शरीर पर कोई हक नहीं है। फिल्म में कई फाइटिंग सीन हैं। लेकिन भैरव और अश्वत्थामा की फाइट ने फिल्म में समा बांध दिया है। निर्देशक ने भूतकाल यानी महाभारत के सीन बॉलीवुड की तरह शूट किए और भविष्य के सीन में हॉलीवुड का तड़का डाला है
फिल्म ‘कल्कि’ बॉक्स ऑफिस पर कमाई के रिकॉर्ड तोड़ कर भारतीय सिनेमा की तीसरी सबसे बड़ी ओपनर बन गई है। पहले स्थान पर 223 करोड़ रुपए के कलेक्शन के साथ फिल्म ‘आरआरआर’ ने अपना परचम लहरा रखा है। जबकि फिल्म ‘बाहुबली’ 217 करोड़ रुपए की कमाई कर दूसरी सबसे बड़ी ओपनर बनी हुई है। अब कल्कि फिल्म पहले दिन ग्लोबली 191 करोड़ की कमाई कर तीसरी सबसे बड़ी ओपनर बन गई है। ‘कल्कि 2898 एडी’ ने ओपनिंग वीकंड पर भारत में 308 करोड़ रूपए की कमाई की है। सबसे ज्यादा कमाई के रिकॉर्ड (176 करोड़) तेलगु भाषा में किया हैं जबकि हिंदी भाषा में फिल्म ने 111 करोड़ की कमाई की है। फिल्म विदेश में भी 150 करोड़ की कमाई करने में सफल रही है। फिल्म को पांच भाषाओं में रिलीज किया गया है फिल्म को साउथ के जाने- माने डॉयरेक्टर नाग अश्विन ने डायरेक्ट किया है और प्रभास, दीपिका पादुकोण, दिशा पाटनी, अमिताभ बच्चन, कमल हासन जैसे कलाकारों ने अपने अभिनय से इसे तराशा है।
फिल्म की कहानी
फिल्म की शुरुआत महाभारत के युद्ध से होती है जब अश्वत्थामा को श्री कृष्ण श्राप देते हैं कि ‘तू जिंदा रहेगा और कलयुग में जब पाप बढ़ जाएगा तो उनकी खत्म करने के लिए फिर भगवान का जन्म होगा और तुम्हें उसकी रक्षा करनी होगी। फिर फिल्म भविष्य के वर्ष 2898 में पहंुच जाती है जहां सिर्फ एक ही शहर बचता है काशी, इस शहर में भी अधिकतर गरीब लोग होते हैं जो कीड़े-मकोड़े की तरह जिंदगी जी रहे हैं। अमीर लोग जो धरती से ऊपर बने एक कॉम्लेक्स में रहते हैं जिसे आधुनिक दुनिया का विकसित देश भी कह सकते हैं। गरीबी की जिंदगी से बचने के लिए लोग धरती से ऊपर बने कॉम्लेक्स में जाने की सोचते हैं। उनमें से एक हैं भैरव जिसका किरदार निभा रहे हैं प्रभास। भैरव इस कॉम्लेक्स में जाने के लिए कुछ भी कर सकता है। दूसरी तरफ कॉम्लेक्स के मालिक सुप्रीम (कमल हसन) जो की आधुनिक मशीन से खुद को जिंदा रखे हुए हैं अपने आप को भगवान समझता है। उसके पास एक बहुत बड़ी डिजिटल लैब है जहां महिलाओं के गर्भ का उपयोग एक सीरम बनाने के लिए होता है। इस लैब में मात्र सौ दिन में ही लड़कियों के गर्भ से सीरम निकालकर आग के कुए में फेक देते हैं। फिर सुप्रीम के आधुनिक रोबोट सैनिक काशी की गरीब जनता के बीच से कुंवारी लड़कियों को उठाकर डिजिटल लैब में सीरम क्रिया के लिए लाते हैं। ये प्रक्रिया चलती रहती है। रोबोट सैनिक का अत्याचार इतना होता है कि काशी की जनता भगवान के आने का इंतजार करती है। तब महाभारत के अश्वत्थामा की एंट्री होती है जो भगवान के आने का वर्षों से इंतजार कर रहे हैं। अचानक इस लैब में सुमति (दीपिका) का किरदार सामने आता है जो छुपकर 150 दिन से ज्यादा अपने गर्भ को छिपाकर रखती है। अश्वत्थामा को उनके गर्भ से भगवान के आने का संकेत मिलता है जिसको उन्हें बचाना होता है।
समीक्षा
निर्देशक ने फिल्म की कहानी महाभारत से उठाई और भगवान विष्णु के अवतार कल्कि के जन्म लेने के संस्पेंस पर खत्म कर दी है। भविष्य और भूतकाल की इस फिल्म में मानवीय संहारों के दृश्यों को जिस कलाकारी से नाग अश्विन ने बुना है उससे तो यही लगता है कि फिल्म इस पार्ट में तो कमाई कर ही रही है लेकिन पार्ट-2 में भी जबरदस्त कमाई करेेगी। फिल्म का विज्युअल काफी शानदार है जो आपको भविष्य की दुनिया में खो जाने पर मजबूर कर देगा। फिल्म में भविष्य की ऐसी दुनिया को दिखाया गया है जहां ऑक्सीजन नहीं है, कॉम्प्लेक्स को छोड़कर कोई अच्छा घर नहीं है। सब जगह कवाड भरा हुआ है, आर्थिक असमानता बहुत बद्तर है, इंसानों को बिकता हुआ दिखाया गया है। महिलाओं का अपने शरीर पर कोई हक नहीं है। फिल्म में कई फाइटिंग सीन हैं। लेकिन भैरव और अश्वत्थामा की फाइट ने फिल्म में समा बांध दिया है। निर्देशक ने भूतकाल यानी महाभारत के सीन बॉलीवुड की तरह शूट किए और भविष्य के सीन में हॉलीवुड का तड़का डाला है। फिल्म का विजुअल, साउंड इफेक्ट्स, सिनेमेट्रोग्राफी शानदार हैं। वीएफएक्स तो कमाल का है जिसकी तकनीक की वजह से अमिताभ को आठ फुट लंबा दिखाया गया है और यंगमैन प्रभाष से दो-चार हाथ करते दिखाया गया है। फिल्म 3डी में है।
परफॉर्मेंस
अमिताभ बच्चन अश्वत्थामा के किरदार में हैं। उन्होंने यह किरदार बखूबी निभाया है। इतनी उम्र में भी प्रभाष टक्कर दे रहे हैं। ये भी कहा जा सकता है कि फिल्म का पार्ट 1 अमिताभ की वजह से हिट हुआ है। प्रभाष का किरदार बाहुबली वाला नहीं है वो इस फिल्म में फाइटर कम कॉमेडियन अधिक लग रहे हैं। अमिताभ के साथ लड़ाई वाले सीन को हटा दिया जाए तो दर्शकों को उन्होंने बोर ही किया है। कमल हासन पूरी फिल्म में कुछ समय के लिए ही आये लेकिन उनका किरदार रोंगटे खड़े कर देने वाला था। दीपिका का किरदार काफी दिलचस्प है। उसे उन्होंने बखूबी से निभाया है। फिल्म में सहायक कलाकारों की भरमार है। दुलकर सलमान ने भैरव को पालने वाले का किरदार निभाया है, रामगोपाल वर्मा का अवतार लुक भी अवतार बनकर रह गया है। निर्देशक एस एस राजामौली के पास आधुनिक जहाज होते हुए भी प्रभाष को नहीं पकड़ पाए बस इतना-सा उनका किरदार हैै। कुल मिलाकर फिल्म की असल जान अश्वत्थामा यानी की अमिताभ बच्चन ही है।