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सिनेमा उद्योग में एक और क्रांति

भारत में ‘के सेरा-सेरा बॉक्स ऑफिस प्राइवेट लिमिटेड’ सबसे बड़ा डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर है। यह फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक के साथ सबसे बड़े स्तर पर डिजिटल सर्विस प्रोवाइड करता है। यह प्लेटफॉर्म फिल्म निर्माण के लिए अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने में सबसे आगे रहा है। देश-भर के फिल्म निर्माताओं को बेहतरीन गुणवत्ता और नए इनोवेटिव फिल्म साधन प्रदान करने के लिए लगातार कोशिशें करता आया है। इस बीच अब के सेरा-सेरा प्रसिद्ध फिल्म निर्माता ‘महेश भट्ट’ और ‘विक्रम भट्ट’ के साथ सिनेमा उद्योग में एक और क्रांति करने जा रहा है। दरअसल के सेरा-सेरा कंपनी ने प्रसिद्ध फिल्म निर्माता ‘महेश भट्ट’ और ‘विक्रम भट्ट’ के साथ भारत का पहला वर्चुअल प्रोडक्शन स्टूडियो बनाने के लिए हाथ मिलाया है।

इस क्रांति में के सेरा-सेरा स्टूडियो वर्चुअल वर्ल्ड निर्माताओं को उनकी जरूरतों के अनुसार फिल्मांकन के नए तरीकों, एक नए युग की तकनीकी टीम, विजुअलाइजेशन, पोस्ट- प्रोडक्शन, एडिटिंग के क्षेत्रों में सपोर्ट प्रदान करेगा। इस वर्चुअल स्टूडियो को विशेष रूप से दुनिया की तकनीकों से डिजाइन किया गया है। इससे स्टूडियो के भीतर ही दुनिया की सारी जगहों को शूट किया जा सकेगा। यह फिल्मों, टीवी सीरियल्स और विज्ञापन के कंटेंट प्रोडक्शन के लिए सभी तरह की शूटिंग के लिए एक बेहतरीन साधन है। इसमें निर्माता को शूटिंग के लिए किसी लोकेशन पर जाने की जरूरत नहीं होगी बल्कि खुद लोकेशन निर्माता के पास आ जाएगी।

भारत का पहला वर्चुअल वर्ल्ड
इस ज्वाइंट वेंचर के बारे में के सेरा-सेरा के चेयरमैन सतीश पंचारिया ने कहा ‘इस स्टूडियो का नाम वर्चुअल वर्ल्ड्स बिल्कुल सही है, क्योंकि यह हर संभव, असंभव और काल्पनिक दुनिया के साथ मीडिया इंडस्ट्री को हर तरह की सर्विस देने की योग्यता रखता है। कुल मिलाकर कहा जाए तो ‘स्टूडियों वर्चुअल वर्ल्ड’ भारत का पहला ऐसा वर्चुअल प्रोडक्शन स्टूडियो है, जहां प्राकृतिक दृश्य, खुली जमीन, अंदरूनी लोकेशन, विशाल सेट, छोटे सेट, अपार्टमेंट, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, अस्पताल, अदालतें, जेल, अंतरिक्ष यान सब कुछ होंगे, आप किसी भी लोकेशन का नाम लें और यहां वह मौजूद हो जाएगा।’

विक्रम भट्ट कहते हैं ‘वर्चुअल प्रोडक्शन की सोच और तकनीक न सिर्फ बेहतर क्रिएटिव बदलाव ला सकती है, बल्कि शूटिंग के समय को कम करने और आने-जाने, रहने-खाने, आउटडोर शूटिंग जैसे खर्च को कम करने में भी मदद कर सकती है। वर्चुअल प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी शूटिंग की क्षमता बढ़ाने और महंगे री-शूट से बचने में बहुत मददगार है।’ फिल्म की शूटिंग के इस नए माध्यम के बारे में बात करते हुए, विक्रम भट्ट कहते हैं, ‘अपने वर्चुअल स्टूडियो में हिंदी फिल्मों, क्षेत्रीय फिल्मों, ओटीटी प्रोजेक्ट्स, म्यूजिक वीडियो और टेलीविजन से जुड़े सभी प्लेटफॉर्म्स के साथ काम करने के लिए तैयार हैं। मौजूदा हालात में भारत में कई विदेशी कंपनियों के निवेश के साथ बाजार में भारतीय कंटेंट की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। लेकिन वर्चुअल वर्ल्ड द्वारा मेकर्स को कम इन्वेस्टमेंट में अधिक प्रॉफिट दिया जाएगा। हमारा वर्चुअल प्रोडक्शन स्टूडियो पूरे प्रोजेक्ट को बहुत कुशलता के साथ सेटअप करने में मदद करेगा और हम प्रोड्यूसर्स को बेहतर क्वालिटी में फाइनल आउटपुट देंगे।’

वर्चुअल कंटेंट का प्रोडक्शन हुआ शुरू
के सेरा-सेरा और विक्रम भट्ट का भारत का पहला और सबसे बड़ा एलईडी वर्चुअल प्रोडक्शन स्टूडियो ‘स्टूडियो वर्चुअल वर्ल्ड’ द्वारा वर्चुअल कंटेंट का प्रोडक्शन जोर-शोर से शुरू हो गया है। इस प्रोडक्शन के द्वारा इस वर्ष 5 फिल्मों को रिलीज किया जाएगा। जिसकी शुरुआत विक्रम भट्ट और अक्षय ओबेरॉय अभिनीत द्वारा निर्देशित ‘जुदा होके भी’ के रूप में किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट 15 जुलाई 2022 को रिलीज किया जाएगा। यह भारत की पहली ऐसी फिल्म होगी जिसे पूरी तरह से वर्चुअल प्रोडक्शन स्टूडियो में नई तकनीक की मदद से शूट किया गया है। इसके अलावा 16 सितंबर को ‘खिलौने’, 14 अक्टूबर को ‘1920 हॉरर ऑफ द हार्ट’ और दिसंबर तक ‘हैक्ड’,
‘इंपॉसिबल’ फिल्में भी रिलीज की जाएंगी।

स्टूडियो वर्चुअल वर्ल्ड का टारगेट
स्टूडियो वर्चुअल वर्ल्ड ने अगले साल (2023) में 25 फिल्में रिलीज करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। के सेरा-सेरा ग्रुप के चेयरमैन ‘सतीश पंचारिया’ ने कहा कि स्टूडियो हिंदी फिल्मों, क्षेत्रीय फिल्मों, ओटीटी प्रोजेक्ट्स, म्युजिक वीडियो, टेलीविजन और वेब सीरीज के साथ सहयोग करेगा और इसके साथ-साथ फाइनेंस भी किया जाएगा। वहीं विक्रम भट्ट कहते हैं, ‘वर्चुअल प्रोडक्शन फिल्म इंडस्ट्री का भविष्य है। यह वह जगह है जहां हम एक नई वास्तविकता से रूबरू होते हैं। के सेरा-सेरा, मैंने और मेरे गुरु महेश भट्ट के साथ मिलकर न केवल हमारे लिए बल्कि पूरी इंडस्ट्री को इसका लाभ पहुंचाने के लिए बनाया है। हम फिल्मों को बेहतर और कम खर्चीला बनाने के लिए इंडस्ट्री की सेवा करना चाहते हैं। यह हम सभी का सपना है। हम हमेशा के लिए फिल्में बनाने के तरीके को बदलने जा रहे हैं।’

उधर, निर्देशक महेश भट्ट ने बताया कि आप 21वीं सदी के दर्शकों कौ 20वीं सदी की तकनीक और कहानियों से मनोरंजन नहीं कर सकते। यह एक नई दुनिया का नया भारत है। के सेरा-सेरा और विक्रम भट्ट लोगों के दिल की धड़कन को जानते हैं और इसे समझने और इस माध्यम से वर्षों जुड़े रहने के बाद, उन्होंने अब इस स्टूडियो को स्थापित किया है जो न केवल हमारे देश को बल्कि दुनिया को भी चौंकाने वाला है।

सिनेमा उद्योग में क्रांति पिछले दो दशकों से के सेरा सेरा-फिल्म निर्माण, वितरण, फिल्म प्रदर्शन के क्षेत्र में सक्रिय हैं। कंपनी ने ‘सरकार’, ‘सरकार राज’, ‘पार्टनर’, ‘गोलमाल’, ‘अब तक छप्पन’ जैसी 100 से अधिक ब्लॉकबस्टर फिल्मों को निर्देशित किया है। इसकी तकनीक का उपयोग दुनिया में 1800 और भारत में 800 से अधिक सिनेमा पार्टनर्स द्वारा किया जाता है। के सेरा-सेरा हर साल लगभग 1000 से अधिक क्षेत्रीय और बॉलीवुड कंटेंट पर काम करता है। के सेरा-सेरा भारतीय सिनेमा उद्योग में एचडी तकनीक लाने वाली पहली कंपनी थी। इस कंपनी का लक्ष्य निकट भविष्य में 9 हजार सिनेमाघर खोलने का है, जो सिनेमा उद्योग में एक नई क्रांति होगी।

 

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