बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली एक से एक अदाकाराएं मौजूद हैं। उनके जलवों और अदाओं से सब भली-भांति अवगत है। हालांकि बॉलीवुड में फिल्म की सफलता अभिनेता और अभिनेत्री पर ही निर्भर करती है परंतु उसी बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक ऐसी अदाकारा भी हैं जिनकी चर्चा अकेली शेरनी के तौर पर की जाए तो गलत नहीं होगा, क्योंकि इनका जलवा इतना प्रभावशाली है कि बड़े-बड़े अभिनेता भी इनके साथ एक्टिंग न करने के लिए अलग-अलग तरह के बहाने बनाकर मनाकर देते हैं। ये अभिनेत्री कोई और नहीं बल्कि शूटर दादी का
किरदार कर चुकी तापसी पन्नू है।
तापसी बताती हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में जब उन्होंने अपना सफर एक साउथ की अदाकारा के रूप में किया था तो लगातार फ्लॉप फिल्म्स के बाद उन्हें बहुत-सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। हालांकि उनके पास काफी फिल्में थी लेकिन उनकी फ्लॉप फिल्मों के कारण इंडस्ट्री में उन्हें अशुभ बोला जाने लगा था। इस सब के बाद भी तापसी ने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत और आत्मविश्वास के बाद उन्होंने एक के बाद एक हिट फिल्म कर अशुभ का टैग हटाते हुए करारा जवाब दिया। लेकिन ये सफर आसान नहीं था। हिट पर हिट फिल्म्स देने के बाद एक तरफ तापसी का रुतबा बढ़ता गया और दूसरी तरफ उनके साथ काम करने वालांे का आत्मविश्वास और असुरक्षा।
तापसी कहती हैं कि ऐसा कई बार हुआ है कि अभिनेताओं द्वारा उनके साथ फिल्म करने से मना किया। एक अभिनेता ने एक फिल्म (जिसमें तापसी का डबल रोल था) को यह कहते हुए करने से मना कर दिया कि ‘एक तापसी तो संभाली नहीं जाती यहां तो दो-दो हैं’ इसके बाद एक और अभिनेता ने कहा कि ‘मैं इस रोल को नहीं करना चाहता क्योंकि लास्ट में सारी सिम्पथी लड़की को मिलेगी’ जबकि वह एक लव स्टोरी थी। उन्होंने बताया की अभिनेता ऐसे रोल करना पसंद नहीं करते जिसमें उन्हें 10 प्रतिशत का ही रोल मिलता हैं क्योंकि सोसाइटी में चल रहे अजीब रिवाज के चलते अभिनेता ऐसे रोल करना पसंद नहीं करते जो कुछ ही समय का हो या जिसमे उन्हें कम प्रशंसा मिले।
तापसी पन्नू बॉलीवुड की जानी मानी हसीनाओं में से एक हैं। लेकिन जितनी ये खूबसूरत और हसीन है उससे कही ज्यादा इनकी एक्टिंग रोमांचक और दिल को छू लेने वाली होती है। इनकी एक्टिंग इतनी प्रभावशाली होती है कि दर्शक खुद को उस फिल्म का हिस्सा समझने लगता है। तापसी जिस भी फिल्म में रोल अदा करती है वह फिल्म लोगों द्वारा इतनी पसंद की जाती है कि उसमें किसी बड़े एक्टर का होना कोई मायने नहीं रखता है। तापसी का यह आत्मविश्वास ही है जिसके कारण वह अकेले अपने दम पर ही फिल्म को हिट कराना जानती हैं।
तापसी पन्नू ने बहुत सारी फिल्मों में अभिनय किया है। जिसमें उन्होंने वकील, हॉकी प्लेयर, सोशल अवेयरनेस जैसे मुद्दों पर एक्टिंग कर दर्शकों के दिलांे में एक अलग स्थान बनाया हुआ है। यही एक खास वजह भी है कि उनकी फिल्म आने से पहले ही वह चर्चा का विषय बन जाती हैं। तापसी पन्नू ऐसे सामाजिक मुद्दों पर अपना अभिनय निभाती है जिसमें समाज में चल रहे मुद्दों की गंभीरता को अभिनय द्वारा समझाया जा सके। तापसी पन्नू को दिए गए फिल्मी किदरार को वह न सिर्फ रोल करती हैं बल्कि उसमें खुद को ढाल लेती हैं जैसे वह फिल्म नहीं हकीकत हो। यही खूबियां उनको सबसे अलग करती हैं। तापसी का आत्मनिर्भर होना भी उनकी सफलता को दर्शाती हैं।
भयभीत एक्टरतापसी पन्नू की एक्टिंग को देखते हुए बड़े- बड़े अभिनेता उनके साथ फिल्म में एक्टिंग करने से मना कर देते हैं, क्योंकि उनकी दमदार एक्टिंग के चलते दर्शकों का ध्यान उन्हीं पर केंद्रित हो जाता है। जिस कारण लीड रोल कर रहे अभिनेताओं को उतनी लोकप्रियता नहीं मिल पाती जिसकी वह उम्मीद करते हैं। ऐसे ही कारणों को देखते हुए कितने ही अभिनेताओं ने तापसी के साथ फिल्मों में काम करने से मना भी किया है। तापसी के साथ ज्यादातर सिर्फ उन अभिनेताओं ने ही काम किया है जो सिर्फ छोटे रोल के लिए या कम लोकप्रिय रहे हैं।
34 वर्षीय तापसी सुर्खियों में रहने वाली अभिनेत्रियों में से एक हैं। तापसी ने अपने करियर की शुरुआत दो फिल्मांे में छोटे- छोटे रोल से की थी। इसके फौरन बाद इनको लीड रोल वाली फिल्म ‘नाम शबाना’ के लिए साइन किया गया था और वहां से इन्होंने अपने करियर की उड़ान भरी और आज तक वह उड़ान बुलंदियों पर चढ़े जा रही हैं। इसके बाद इनकी अदाकारी के जलवे अलग-अलग फिल्मों में देखने को मिलते रहे हैं। हाल ही में रिलीज हुई तापसी पन्नू की फिल्म ‘हसीन दिलरुबा’। इसमें इन्होंने एक ट्राय एंगल स्टोरी को दर्शाया है जो आज के दौर में ग्लोबलाइजेशन के नाम पर चल रही सोच को दर्शाती है। उससे पहले 2021 ही में रिलीज हुई ‘थप्पड़’ फिल्म में भी एक गंभीर मुद्दे पर समाज में महिलाओं को कमजोर और असहाय समझने की सोच को दर्शाया गया है कि किस तरह समाज में महिलाआंे के प्रति हमेशा सहने की भावना रखी जाती है।
महिलाओं को अपने सही होने का भी प्रमाण दुनिया वालों को दिखाना पड़ता है वहीं पुरुषों को महिलाओं के बीच का फर्क बचपन से ही समझा दिया जाता है। उसी तरह ‘पिंक’ नामक फिल्म में भी महिलाओं के साथ जबरदस्ती और उनकी अनिच्छा के बावजूद हो रहे मुद्दों पर महिलाओं की प्रतिक्रिया और पुरुष प्रधान समाज की सोच को दर्शाने का काम किया गया है। सबसे मुश्किल काम किसी भी अभिनेता के लिए यही होता है कि वह किस तरह समाज में रहने वाले लोगों के बीच फैली गलत सोच को सही करने के लिए अभिनय है, क्योंकि जिस समाज में सभ्यता के नाम पर महिलाओं का शोषण होता है।
ऐसे में समाज की सोच बदलना बेहद मुश्किल है। ऐसे ही मुश्किल कामों को तापसी पन्नू अपनी एक्टिंग से करने की कोशिश करती है और उसे अच्छे से दर्शाती भी हैं। ऐसे में जहां दूसरे अभिनेता और अभिनेत्री अपने आपको विवादग्रस्त होने से बचाने के लिए ऐसी फिल्म नहीं करते वहीं तापसी वैसे ही विवादों पर फिल्में करना पसंद भी करती हैं। एक गंभीर विषय वाली फिल्म में डायरेक्टर उन्हीं को प्रमोट कर रहेे हैं।