सुपरस्टार आमिर खान की चुप्पी पर सोशल मीडिया यूजर्स सवाल उठाते रहे हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि आमिर भी कोरोना संकट की इस घड़ी में देश के साथ खड़े हैं। लॉकडाउन की घोषणा के बाद आमिर ने पीएम केयर्स फंड, महाराष्ट्र के सीएम रिलीफ फंड, फिल्म वर्कर्स एसोसिएशंस और कुछ एनजीओ में आर्थिक सहायता भेजी है। साथ ही उन्होंने अपनी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के लिए काम कर रहे दिहाड़ी मजदूरों के लिए भी मदद पहुंचाई है। हालांकि, वे अपनी दान की पब्लिसिटी में यकीन नहीं रखते। इसलिए उनके ओर से दी गई मदद का ज्यादा डिटेल सामने नहीं आया है।
आमिर पहले भी गुपचुप दान करते रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने 2013 में उनके शो ‘सत्यमेव जयते’ में नजर आए आर्थिक रूप से कमजोर प्रतिभागियों के परिवारों को सहायता के रूप में 5 करोड़ से अधिक राशि का योगदान दिया था। 2014 में आमिर ने 11 लाख रुपए देकर मामी फिल्म फेस्टिवल का समर्थन किया था। इसके अलावा बिहार उत्तराखंड (2013), (2017), असम (2017) और महाराष्ट्र (2019) में आई जानलेवा बाढ़ के दौरान 25-25 लाख रुपए की मदद की थी।
कोरोना वायरस के संकट में बॉलीवुड सेलेब्स बढ़-चढ़कर न केवल सरकारी राहत कोष में धन राशि दे रहे हैं। बल्कि दिहाड़ी मजदूरों की भी मदद कर रहे हैं। सलमान खान ने COVID -19 के कारण लॉकडाउन के बीच फिल्म उद्योग के 25,000 श्रमिकों का खर्च वहन करने का वादा किया था। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने 19,000 श्रमिकों से खाता विवरण प्राप्त किया। कुछ श्रमिकों ने स्वेच्छा से कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति इस महामारी में पालने के लिए स्थिर है और जोर देकर कहा कि FWICE उन लोगों की मदद करे, जिन्हें पैसों की सबसे ज्यादा जरूरत है।
FWICE के महासचिव अशोक दुबे ने सदस्य कर्मचारियों के इस कदम की सराहना की और पुष्टि करते हुए कहा कि सलमान खान ने 25,000 श्रमिकों का विवरण मांगा था। हमें 19,000 सदस्य कार्यकर्ताओं से विवरण प्राप्त हुआ। जिसमें से 3000 कामगार पहले ही यशराज फिल्म्स से 5000 रुपये प्राप्त कर चुके थे। इसलिए हमने बाकी बचे 16,000 श्रमिकों का विवरण सलमान खान को भेज दिया है और उन्होंने पैसे ट्रांसफर करना शुरू कर दिया है। जल्द ही सभी को पैसे मिलेंगे।