बाॅलीवुड में नए चेहरों की कोई कमी नहीं है, लेकिन जब कोई नया चेहरा एक जानी-मानी हस्ती की संतान हो तो उसकी तुलना स्वाभाविक हो जाती है। यही हाल पलक तिवारी का भी है, जो टीवी इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री श्वेता तिवारी की बेटी हैं। हाल ही में जब पलक से उनकी मां के साथ हो रही तुलना के बारे में सवाल किया तो उन्होंने बेहद संतुलित प्रतिक्रिया दी। उनकी बातों से साफ जाहिर होता है कि वह अपने दम पर पहचान बनाना चाहती हैं, न कि किसी की परछाई में रहकर।
मीडिया से बातचीत में पलक ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मेरी मां से तुलना होने पर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर किसी को इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए तो वो मेरी मां हैं। उन्होंने जिस मेहनत, संघर्ष और समर्पण से अपना स्थान बनाया है, उसके बाद उनकी तुलना किसी ऐसे इंसान से करना जो करियर की शुरुआत में है, यह उनके साथ अन्याय है।’
यह बयान न केवल उनकी मां के प्रति सम्मान को दर्शाता है, बल्कि यह भी साफ करता है कि पलक अपने शुरुआती दिनों में ही यह समझ चुकी हैं कि पहचान और प्रतिष्ठा समय और अनुभव से बनती है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी मां ने टीवी इंडस्ट्री में जो मुकाम हासिल किया है, वह प्रेरणादायक है, और खुद में भी उनकी प्रशंसक हैं। ‘मुझे नहीं लगता कि मैं उनकी तरह दिखती हूं या उनके जैसी हूं, लेकिन मेरा सपना है कि मैं एक दिन खुद को उनके जैसा बना सकूं। अगर मैं दर्शकों से थोड़ा भी जुड़ पाई, जितना उन्होंने किया है तो मैं खुद को सफल मानूंगी…।’
आज जब सोशल मीडिया और इंटरनेट के जरिए स्टार किड्स पर लगातार नजर रखी जाती है, तब उनके लिए यह और भी जरूरी हो गया है कि वे अपनी स्वतंत्र पहचान स्थापित करें। पलक इस बात को भलीभांति समझती हैं और यही कारण है कि उन्होंने अपनी मां की प्रतिष्ठा की आड़ लेने के बजाय अपने काम के बल पर आगे बढ़ने की ठानी है। श्वेता तिवारी ने अपने करियर की शुरुआत बेहद कम उम्र में की थी और अपने अभिनय, प्रतिभा और दृढ़ निश्चय से घर-घर में पहचानी जाने लगीं। ‘कसौटी जिंदगी की’ जैसे धारावाहिकों से उन्हें एक नई पहचान मिली और वह एक दशक से अधिक समय तक दर्शकों के दिलों पर राज करती रहीं। ऐसे में पलक के लिए यह तुलना स्वाभाविक हो सकती है, लेकिन उन्हें इससे असहजता नहीं है, बल्कि वे इसे अपने लिए एक प्रेरणा के रूप में देखती हैं। फिल्मों की बात करें तो पलक तिवारी ने सलमान खान की फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ से बाॅलीवुड में कदम रखा था। इसके अलावा वह कुछ म्यूजिक वीडियो और ब्रांड एंडोर्समेंट्स में भी नजर आ चुकी हैं। हालांकि उनकी फिल्म अभी बाॅक्स आॅफिस पर कोई बड़ा कमाल नहीं कर पाई, लेकिन पलक का आत्मविश्वास यह बताता है कि वह जल्दी हार मानने वालों में से नहीं हैं।
आज जब युवा कलाकार अक्सर प्रसिद्धि की शाॅर्टकट तलाशते हैं, पलक तिवारी का यह नजरिया दृ खुद की पहचान बनाना और अपने संघर्ष को सम्मान देना दृ एक सकारात्मक उदाहरण है। उनकी यह सोच न केवल आज की पीढ़ी की परिपक्वता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि नई पीढ़ी केवल नाम के सहारे नहीं, मेहनत के बल पर अपनी जगह बनाना चाहती है।