जब कला और देशभक्ति की सीमाएं एक-दूसरे से टकराती हैं तो मंच सिर्फ सिनेमा हाॅल तक सीमित नहीं रहता, बल्कि वह एक सार्वजनिक अदालत में बदल जाता है। लोकप्रिय गायक अभिनेता दिलजीत दोसांझ इस समय उसी अदालत के कटघरे में खड़े हैं। उनकी फिल्म ‘सरदार जी 3’ पाकिस्तान की लोकप्रिय अभिनेत्री हानिया आमिर को मुख्य भूमिका में लेकर विवादों में आ गई है। विवाद का मुख्य कारण भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव चलते एक पाकिस्तानी कलाकार को फिल्म में शामिल करने को लेकर है। जिसको लेकर कई संगठन इस फिल्म और अभिनेता दिलजीत दोसांझ का न केवल विरोध कर रहे हैं, बल्कि उन्हें देशद्रोही तक कह रहे हैं। खासतौर पर अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस फिल्म की रिलीज ने विरोध की चिंगारी को और भड़का दिया। फिल्म ने सोशल मीडिया से लेकर सिने यूनियनों तक एक भावनात्मक और राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है। वजह सिर्फ इतनी है कि फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर को लीड रोल में लिया गया है। ऐसे में सवाल है कि क्या यही वजह काफी है एक कलाकार को ‘देशद्रोही’ कहने के लिए?
फिल्म से फूटा विवाद
दिलजीत दोसांझ का अब तक का सफर एक छोटे शहर के पंजाबी गायक से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गूंजते कलाकार तक का है। उन्होंने पंजाबी और हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता। लेकिन ‘सरदार जी 3’ में पाकिस्तानी कलाकार को शामिल करना कई लोगों को नागवार गुजर रहा है। खासकर तब जब पहलगाम आतंकी हमले ने राष्ट्र भावना को भड़का दिया है। हालांकि ‘सरदार जी 3’ की शूटिंग पहले ही पूरी हो चुकी थी और इसे 27 जून को विदेशी बाजारों में रिलीज किया गया है लेकिन भारत में रिलीज को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। फिल्म में हानिया आमिर की मौजूदगी को लेकर अखिल भारतीय सिने कर्मचारी संघ (एफडब्ल्यूआईसी) ने कड़ा रुख अपनाते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर दिलजीत की नागरिकता रद्द करने की मांग की है। एफडब्ल्यूआईसी ने कहा कि हानिया आमिर केवल एक विदेशी कलाकार नहीं हैं, बल्कि वह भारत विरोधी विचारों को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती हैं। वह सोशल मीडिया पर भारतीय सेना का मजाक बना चुकी हैं और पाकिस्तान के आतंकी हमलों को सही ठहराने की कोशिश कर चुकी हैं।
एफडब्ल्यूआईसी ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और सेंसर बोर्ड से मांग की है कि इस फिल्म को देश में रिलीज पर पूरी तरह रोक लगाई जाए, उसे सर्टिफिकेट भी न दिया जाए। क्योंकि यह करोड़ों भारतीयों की भावनाओं के सम्मान की बात है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जो भी भारतीय फिल्म निर्माता या कलाकार पाकिस्तानी नागरिकों के साथ काम करेगा, उसे देशद्रोह के बराबर माना जाएगा। साथ ही सभी ओटीटी प्लेटफाॅर्म, प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन, वितरकों और प्रदर्शकों से अपील की गई है कि वे दिलजीत से सभी सम्बंध तोड़ लें।
सेलेब्रिटीज की तीखी प्रतिक्रिया
बाॅलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के कई दिग्गज इस मुद्दे पर दो धड़ों में बंट गए हैं। पुनीत इस्सर ने दिलजीत को लताड़ते हुए कहा, ‘जिन्होंने देश को खून से सींचा, उनके जज्बातों की कद्र करनी चाहिए। वतन से बढ़कर कुछ नहीं।’
कवि कुमार विश्वास ने दिलजीत पर तंज कसते हुए कहा, ‘अब तुम इतने बड़े बन गए हो कि देश छोटा लगने लगा है?’ इसके अलावा सोशल मीडिया पर #BoycottDiljit और #DeshPehle जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
दिलजीत को मिला समर्थन
हर तरफ से आलोचना झेलने के बीच कुछ नामचीन हस्तियों ने दिलजीत के पक्ष में भी आवाज उठाई है। निर्देशक इम्तियाज अली ने कहा, ‘‘दिलजीत एक सच्चे देशभक्त हैं। उनकी मंशा पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए।’’
जावेद अख्तर ने भी समर्थन में कहा कि फिल्म की शूटिंग पहलगाम हमले से पहले पूरी हो चुकी थी, लिहाजा यह निर्णय देश विरोधी नहीं माना जा सकता।
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने पहले दिलजीत का समर्थन किया, लेकिन बाद में आलोचना के चलते पोस्ट हटा ली। उन्होंने एक नया क्रिप्टिक पोस्ट डालते हुए लिखा, ‘‘सच का मशाल लेकर चलना आसान नहीं… किसी की दाढ़ी तो जलेगी ही।’’
दिलजीत ने भी अपने रुख में कोई घबराहट नहीं दिखाई। उन्होंने पाकिस्तान में फिल्म की भारी सफलता को सार्वजनिक किया और किसी भी ‘माफी’ या सफाई से बचते रहे। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर फिल्म को लेकर पाकिस्तान में दर्शकों की प्रतिक्रिया शेयर की क्योंकि भारत में फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी गई है। इसके बाद से वे फिर ट्रोल होने लगे।