अभिनेता अक्षय कुमार की प्रोडक्शन कम्पनी ‘केप ऑफ गुड फिल्म्स’ को फिल्म ‘हेरा फेरी-3’ से परेश रावत के अचानक हटने से भारी नुकसान उठाना पड़ा है जिसको लेकर कम्पनी ने उन्हें 25 करोड़ रुपए का कानूनी नोटिस भेजा है। जिस पर विवाद बढ़ गया है। यह विवाद केवल एक फिल्म तक सीमित नहीं है, बल्कि इसने फिल्म इंडस्ट्री के कामकाज के ढांचे, अनुबंध की वैधता और टीमवर्क की अहमियत को भी उजागर करने का काम किया है। दर्शक इस बहुप्रतीक्षित फिल्म का इंतजार कर रहे हैं। देखना यह है कि क्या यह फिल्म फिर से अपने पुराने जादू को दोहराने में कामयाब होगी या कानूनी विवाद ही इसकी अंतिम पटकथा लिख देगा
बाॅलीवुड की काॅमिक जेनर में ‘हेरा फेरी’ जैसी फिल्म का नाम एक प्रतिष्ठा बन चुका है। बाबू भैया, श्याम और राजू की तिकड़ी ने न सिर्फ दर्शकों को गुदगुदाया, बल्कि आज भी उनकी संवाद शैली आम बोलचाल में शामिल हो चुकी है। लेकिन जहां दर्शक इस फ्रैंचाइजी के तीसरे भाग ‘हेरा फेरी 3’ का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, वहीं अब यह फिल्म एक बड़े विवाद और कानूनी संघर्ष का हिस्सा बन गई है।
विवाद की शुरुआत
विवाद की जड़ परेश रावल का ‘हेरा फेरी-3’ से अचानक बाहर होना है। खबरों के अनुसार परेश रावल ने फिल्म के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे और शूटिंग की तैयारी भी शुरू कर दी थी। लेकिन फिल्म के बीच में उन्होंने इसे छोड़ने का फैसला कर लिया। उनके इस कदम से अक्षय कुमार की प्रोडक्शन कम्पनी ‘केप ऑफ गुड फिल्म्स’ को भारी नुकसान उठाना पड़ा जिसको लेकर कम्पनी ने परेश रावल पर 25 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगते हुए कानूनी नोटिस भेजा है। कानूनी दस्तावेजों के अनुसार परेश रावल की वजह से फिल्म की शूटिंग रुकी जिससे प्रोडक्शन कंपनी को न सिर्फ आर्थिक नुकसान हुआ, बल्कि पूरी शेड्यूलिंग दोबारा करनी पड़ी। इन सबके बीच 25 करोड़ की हर्जाने की मांग इंडस्ट्री में सुर्खियों का विषय बन गई है।
परेश रावल की सफाई
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि परेश रावल ने फीस को लेकर विवाद किया था और निर्माताओं से अधिक पैसे की मांग की। हालांकि खुद परेश रावल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका फिल्म से बाहर होना एक निजी निर्णय था न कि पैसों या किसी दबाव का परिणाम। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा ‘मैं नहीं चाहता था कि फिल्म की गुणवत्ता पर समझौता हो इसलिए मैंने पीछे हटने का फैसला किया।’
फिल्म इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया
परेश रावल के फैसले से न केवल निर्माता, बल्कि फिल्म के अन्य कलाकार भी हैरान हैं। सुनील शेट्टी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा ‘यह एक बहुत बड़ा झटका है। मैंने पहले उन्हें मैसेज करने का सोचा फिर सोचा कि मिलकर बात करूंगा। मुझे नहीं पता कि क्या हुआ।’
वहीं फिल्म के निर्देशक प्रियदर्शन ने परेश रावल द्वारा ‘हेरा-फेरी-3’ छोड़ने पर खुलकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि परेश रावल ने बिना किसी पूर्व सूचना के फिल्म से बाहर होने का फैसला किया जिससे उन्हें और पूरी टीम को भारी झटका लगा। उन्होंने कहा कि परेश रावल ने मुझे बताया ही नहीं कि वो फिल्म छोड़ रहे हैं। मुझे फिल्म छोड़ने का पता मीडिया रिपोर्ट से चला है, यह पूरी तरह गैर-पेशेवर रवैया है। अक्षय ने इस प्रोजेक्ट में अपना पैसा लगाया है और पूरी ईमानदारी से इसे सम्भाल रहे हैं। परेश का इस तरह से पीछे हटना चैंकाने वाला है।’ प्रियदर्शन ने यह भी इशारा किया कि परेश रावल के इस कदम से न केवल फिल्म की शूटिंग प्रभावित हुई है, बल्कि टीमवर्क और कमिटमेंट जैसे मूल्यों पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे व्यक्तिगत रूप से परेश रावल का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन इस तरह का व्यवहार एक पेशेवर सेटअप में स्वीकार्य नहीं हो सकता।
क्या होगा ‘हेरा फेरी 3’ का भविष्य?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि अब ‘हेरा फेरी-3’ का क्या होगा? क्या फिल्म बिना परेश रावल के बनेगी? क्या उनके किरदार ‘बाबू भैया’ का किरदार किसी और अभिनेता से करवाया जाएगा? या अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी के साथ कोई नया किरदार जोड़ा जाएगा? इन सभी सवालों के जवाब अभी भविष्य के गर्भ में छिपे हैं। अगर परेश रावल वापसी नहीं करते तो यह फिल्म न केवल क्रिएटिव स्तर पर कमजोर पड़ सकती है, बल्कि इसकी लोकप्रियता भी प्रभावित हो सकती है। वहीं अगर कानूनी लड़ाई लम्बी चली तो यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में भी जा सकता है।