छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास के पास आत्मदाह की कोशिश करने वाले एक युवक की मौत हो गई है। कालडा नर्सिंग होम अस्पताल में भर्ती था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हरदेव सिनहा नामक युवक ने 29 जून को खुद पर पेट्रोल डालकर खुदखुशी करने की कोशिश की थी। इससे वह 50 प्रतिशत तक झुलस गया था। आनन- फानन में उसे डाॅक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल पहुंचाया गया।
हालत में सुधार नहीं हुआ। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया था कि सिन्हा धमतरी जिले के तेलीनसत्ती गांव का निवासी था और दो वर्ष से मानसिक रूप से बीमार चल रहा था। धमतरी जिले के अनुविभागीय दण्डाधिकारी ने युवक के संबंध में बताया यह युवक आर्थिक रूप से काफी कमजोर था। घर में माता- पिता और तीन भाई के साथ रहता था। पत्नी मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषन कर रही थी।
दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र छह वर्ष और तीन वर्ष के बीच है। घर में छोटा भाई और पिता बीमारी के कारण तबियत सही न होने से मानसिक रूप से ठीक नहीं हंै। बड़ा भाई धमतरी के गैरेज में काम करता है और पिता बुजुर्ग होने के कारण घर पर ही रहते हैं। राज्य सरकार द्वारा इस मामले के में जांच के आदेश दिए गए थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरदेव सिन्हा की पत्नी से फोन पर बातचीत कर उनको हर मदद करने का आश्वासन दिया था।
सिन्हा के मौत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि कांग्रेस षड्यंत्र के कुशासन और कुप्रबंधन के चलते युवक हत्या कर रहे हैं। आत्मदाह करने वाले प्रदेश के युवक को भूपेश बघेल सरकार ‘मानसिक’ रूप से बीमार कहकर उनकी जख्मों पर नमक छिड़कती रही। उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया कि हरदेव सिन्हा की मौत का कौन जिम्मेदार है।