उत्तर प्रदेश सरकार का दावा था कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी को वैक्सीन लगा देगी । इसके मद्देनजर ही सरकार ने 31 दिसंबर तक प्रदेश में 18 साल से अधिक सभी का टीकाकरण करने का लक्ष्य बनाया है। इसी नियत के साथ आज से मेगा वैक्सीनेशन कैंपेन भी शुरू होना था, लेकिन वैक्सीन उपलब्ध न हो पाने के चलते ये शुरू होने से पहले ही फ्लॉप हो गया। इस तरह योगी सरकार का दावा फुस्स हो गया।
याद रहे कि योगी सरकार ने आज से पूरे प्रदेश में मेगा वैक्सीनेशन कैंपेन की शुरुआत करने का ऐलान किया था। आज से हर रोज प्रदेश में 10 से 12 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जानी थी। इस अभियान के तहत हर महीने 3 करोड़ डोज लगाई जानी थी । लेकिन अब आलम ये है कि पहले से चल रहे केंद्र भी कुछ दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। हालात यह है कि पूरे राज्य में वैक्सीन का टोटा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कल 5 हजार से ज्यादा वैक्सीन साइट बंद रहीं। लिहाजा जिलों में वैक्सीनेशन धीमा हो गया है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पहले जहां 8 हजार 400 के करीब वैक्सीन साइट पर टीका लग रहा था। वहीं सोमवार को 6 हजार 417 साइट पर ही टीकाकरण हुआ। जबकि अगले दिन मंगलवार को 4 हजार 403 साइट पर ही टीका लगाया गया। कल यानि कि बुधवार को सिर्फ 2,965 केंद्रों पर टीका लगाया।
योगी सरकार के दावे को इससे समझा जा सकता है कि सूबे के 52 जिलों में पहले से चल रहे आधे से ज्यादा वैक्सीनेशन केंद्रों पर कल वैक्सीन नहीं लगी और ना ही आज लगाई जाएगी। इन जिलों में बरेली, गोरखपुर, कानपुर, मेरठ, आगरा, झांसी, मुरादाबाद, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद और गौतम बुध नगर जैसे बड़े जिले भी शामिल हैं। इन जिलों के अधिकारियो ने अपने यहां आज से शुरू होने वाले मेगा वैक्सीनेशन कैंपेन को भी रद्द कर दिया है।