उत्तर प्रदेश में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तमाम चुनावी मंचों से यह बात कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश की सड़कों पर लड़कियां स्कूटी लेकर रातों में बेख़ौफ़ घूमती सकती हैं। लेकिन हक़ीक़त इसके उलट है। सच तो यह है कि योगी राज में लड़कियां अपरधियों के शिकार बनी हुई हैं। अपराधियों को न तो क़ानून का ख़ौफ़ है, न प्रशासन का।
दरअसल , उत्तर प्रदेश के मुज़फरनगर में 18 नवंबर को पुरकाजी कस्बे के दो स्कूल प्रबंधकों ने भोपा की 17 लड़कियों को रात में जीजीएस इंटरनेशनल स्कूल में रोका, छात्राओं खाने में नशीला दवा मिला दिया और छात्राओं के साथ दुष्कर्म किया। ये सभी 10वीं कक्षा की छात्रा थीं। इन छात्राओं को प्रैक्टिकल परीक्षा के नाम पर एक स्कूल से दूसरे स्कूल ले जाया गया था। वह स्कूल में छात्राओं के साथ कोई महिला शिक्षिका मौजूद नहीं थी। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि घटना की सूचना मिलने के बाद भी पुलिस ने स्कूल प्रबंधकों को बचाने का प्रयास किया। साथ ही उन्होंने एक स्थानीय पत्रकार पर अफवाह फैलाने और ब्लैकमेल करने के लिए स्कूल प्रबंधकों की ओर से शिक़ायत दर्ज़ कराकर उस पर दबाव बनाने की कोशिश की और छात्राओं को भी धमकी दी गई थी कि वे परीक्षा में फेल हो जाएंगी और अगर उन्होंने घटना के बारे में किसी को बताया तो उनके परिवारों को जेल में डाला दिया जाएगा। उसके बाद से ही छात्राओं ने स्कूल जाना बंद कर दिया और परिवार के सदस्यों को पूरी घटना बताई। छात्राओं का आरोप है कि उन्होंने रात के खाने के लिए खिचड़ी बनाई थी। लेकिन स्कूल प्रबंधक ने उसे बाहर फेंक दिया और ताजा खाना बनाया, जिसमें कथित तौर पर नशीली चीज मिलाई गई थी। यह घटना 19 नवंबर के दौरान का है।
मामला मीडिआ में आने के बाद पुलिस ने 5 दिसंबर को दो स्कूल के मैनेजरों के ख़िलाफ़एफ़आईआर दर्ज की। संचालक योगेश कुमार और अर्जुन सिंह के ख़िलाफ़ पोक्सो एक्ट और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज़ की गई है।
इस घटना पर मुज़फ्फ़रनगर के एसएसपी अभिषेक यादव का कहना है कि पुरकाजी थाना क्षेत्र के एक स्कूल में पढ़ने वाली एक लड़की के पिता की ओर से शिक़ायत मिली है और इस संबंध में मामला दर्ज़ किया गया है। साथ ही पुरकाज़ी एसएचओ के लापरवाही कारन उन्हें हटा दिया गया है। यह जांच शुरू कर दी गई है कि क्या अन्य पुलिसकर्मियों इस मामले में शामिल है।
मुज़फ्फ़रनगर के एसएसपी अभिषेक यादव ने स्थानीय मीडिया को बातचित के दौरान बताया कि मुज़फ्फ़रनगर के गांव तुग़लपुर कामहेरा में हाई स्कूल की 17 छात्राओं को नशीला पदार्थ देकर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरे की तलाश जारी है। मामले की सूचना देने में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारी पर भी जांच बैठाई गयी है। साथ ही थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। बता दें कि प्रैक्टिकल परीक्षा के नाम पर 17 लड़कियों को दूसरे स्कूल ले जाया गया था। जहां उन्हें नशीला पदार्थ खिलाकर उनके साथ दुष्कर्म किया गया। इनमें से एक अभियुक्त उस स्कूल का मैनेजर है जहां पर छात्राएं पढ़ती हैं वहीं दूसरा अभियुक्त उस स्कूल का मैनेजर है जहां पर छात्राएं ले जाई गई थीं।
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आखिरकार 17 दिन बाद मामला तब सामने आया जब दो पीड़ित छात्राओं के परिजनों ने हाल ही में पुरकाजी के बीजेपी विधायक प्रमोद अटवाल से संपर्क किया। और स्थानीय भाजपा विधायक प्रमोद अटवाल ने हस्तक्षेप किया। भाजपा विधायक प्रमोद अटवाल का कहना है कि जब परिजनों ने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने एसएसपी अभिषेक यादव से बात की और इसके बाद जांच शुरू की गई।