कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने 16 मई को उत्तर प्रदेश सरकार को एक पत्र लिखकर 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगी थी। इसके जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर हमला करते हुए इसे धरातल पर उतारने की नसीहत दी थी। इसके साथ ही 18 मई यानी कल सोमवार को बसों का इंतजाम करने की मंजूरी भी दे दी। मंजूरी दिए जाने के महज कुछ घंटों में ही प्रियंका गांधी के निजी सचिव ने उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से जारी किए गए खत का जवाब दिया है।
इस पत्र में लिखा, “हमसे बसों की लिस्ट, चालक का नाम, परिचालक का नाम और अन्य विवरण मांगे गए है। हम आज मंगलवार को बसों को दोबारा बॉर्डर पर चलने के लिए तैयार कर देंगे। एक हजार बसों की सूची इस ईमेल के साथ अटैच कई गई है। इनमें से कुछ चालकों का दोबारा वेरिफिकेशन करके उनकी सूची भी कुछ घंटो में आप तक पहुंचा दी जाएगी। आशा है कि आप जल्द से जल्द इन बसों के लिए अनुमति पत्र उपलब्ध करा देंगे।”
.@myogiadityanath जी महामारी के समय इंसान की जिंदगी को बचाना, गरीबों की रक्षा करना, उनकी गरिमा की हिफाजत करना हमारा नैतिक दायित्व और अधिकार है।
कांग्रेस इस कठिन समय में अपनी पूरी क्षमता और सेवाव्रत के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है।
ये बसें हमारी सेवा का विस्तार हैं। 1/3
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 18, 2020
वहीं, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कहते हैं, “पूरी कांग्रेस टीम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद देती है। हम शुरू से ही सरकार का सहयोग करना चाहते थे। मंगलवार से बसे उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर खड़ी हो जाएंगी। आप अनुमति दीजिए ताकि मजबूर, लाचार, बेबस लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया जा सके।” राज्य के औरैया जिले में शनिवार को एक राज्य में प्रवासी श्रमिकों की दुर्घटना में मौत के बाद प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी अपील पोस्ट की थी।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन कर रही हूँ, ये राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाये पिये, पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमीशन दीजिए। pic.twitter.com/K2ldjDaSRd
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 17, 2020
जहां एक ट्रक दुर्घटना में 26 श्रमिकों की मौत हो गई। यूपी सरकार ने तब कहा था कि किसी भी व्यक्ति को घर जाने के लिए पैदल चलने, साइकिल चलाने या ट्रक ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके चलते राज्य की सीमा पर ढेर मजदूरों की मौत हो गई। अपनी अपील में, प्रियंका गांधी ने कहा “आदरणीय मुख्यमंत्री, मैं आपसे अनुरोध कर रही हूं, यह राजनीति का समय नहीं है। हमारी बसें सीमा पर खड़ी हैं।
हजारों मजदूर और प्रवासी बिना भोजन या पानी के अपने घरों की ओर जा रहे हैं।” सभी परेशानियों से लड़ना। आइए हम उनकी मदद करें। हमारी बसों को अनुमति दें।” प्रियंका गांधी के प्रस्ताव को स्वीकार करने के तुरंत बाद, योगी आदित्यनाथ ने प्रवासियों के बारे में विवरण मांगा और दावा किया कि उनकी सरकार विभिन्न राज्यों की सीमाओं से श्रमिकों को घर दिलाने के लिए 12,000 बसों का आयोजन कर रही है।