हालही में जॉर्जिया यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार भारत वैवाहिक रिश्तों को निभाने के साथ ही परिवार व्यवस्था और उसके मूल्यों को बनाए रखने के मामले में दुनिया के तमाम देशों में सबसे ऊपर है। भारत में तलाक की 1 फीसदी दर है, क्योंकि यहां लोग वैवाहिक रिश्तों को निभाने में ज्यादा विश्वास रखते हैं। वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्सके आंकड़ों के मुताबिक, तलाक के सबसे कम दर के साथ भारत टॉप पर है। आंकड़ों के अनुसार, एशियाई देशों में रिश्ते कम टूटते हैं, जबकि तलाक के मामलों में यूरोप और अमेरिका सबसे आगे है।
भारत के बाद इस लिस्ट में वियतनाम का नाम दूसरे स्थान पर आता है, जहां सिर्फ 7 फीसदी शादियां तलाक पर जाकर खत्म हो जाती हैं। इसके अलावा ताजिकिस्तान में 10 फीसदी, ईरान में 14 फीसदी और मेक्सिको में 17 फीसदी रिश्ते तलाक के साथ खत्म होते हैं। हालांकि इस लिस्ट में कहीं भी पाकिस्तान को शामिल नहीं किया गया है, जबकि सबसे कम तलाक वाले 10 देशों में मिस्र, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, तुर्की और कोलंबिया भी शामिल हैं।
जापान में जहां 35 फीसदी रिश्तों में तलाक की खबरें आती हैं, वहीं जर्मनी में 38 फीसदी रिश्ते टूटते हैं और ब्रिटेन में यह आंकड़ा 41 प्रतिशत है। उधर, चीन में तलाक की दर 44 फीसदी दर्ज की गई है, जबकि अमेरिका में यह आंकड़ा 45 फीसदी दर्ज किया गया है। इसके अलावा आंकड़ों के मुताबिक, डेनमार्क, दक्षिण कोरिया और इटली में 46 फीसदी रिश्ते तलाक पर आकर खत्म होते हैं।
गौरतलब है कि वैवाहिक रिश्ते निभाने के मामले में सबसे खराब देश यूरोप के पाए गए हैं। पुर्तगाल में तलाक के 94 फीसदी मामले सामने आते हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर स्पेन है, जहां 85 फीसदी रिश्ते ज्यादा समय तक नहीं चल पाते हैं। इसके अलावा लक्जमबर्ग में 79 फीसदी शादियां जिंदगी भर नहीं चल पाती हैं। इतना ही नहीं रूस में 73 फीसदी मामले तलाक के दर्ज किए जाते हैं और पड़ोसी देश यूक्रेन में 70 फीसदी शादियां टूट जाती हैं।