आज सुबह 10 बजे जैसे ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन 19 दिन और बढ़ाने की घोषणा की तो महाराष्ट्र में फंसे दूरदराज के मजदूरो का सब्र टूट गया। यह वह मजदूर है जो पिछले 20 दिन से मुंबई में जगह-जगह आश्रय दिए हुए हैं। उन्हें उम्मीद थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन हट जाएगा और वह अपने-अपने घर चले जाएंगे।
Watch: Police trying to disperse #MigrantWorkers gathered outside Bandra station in #Mumbai.
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— Economic Times (@EconomicTimes) April 14, 2020
अभी कुछ दिन पहले गुजरात के सूरत में भी मजदूरों ने अपने घरों को जाने को लेकर काफी हंगामा किया था। सूरत के मज़दूरों ने सड़कों पर खड़े वाहन तक को आग लगा दिया था और पुलिस से भी उनकी काफी झड़प हुई थी। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज करके वह मजदूरों को वहां से खदेड़ा था। कुछ इसी तरह का नजारा आज मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर दिखाई दिया।
आज 10 बजे के बाद जैसे ही मजदूरों को पता चला की लॉक डाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है तो यह लोग रेलवे स्टेशन बांद्रा पर इकट्ठा होने लगे। देखते ही देखते वहां हजारों की भीड़ जमा हो गई। यह सब लोग मजदूर वर्ग है जो ज्यादातर बिहार और पूर्वांचल आदि से मुंबई में जाकर नौकरियां कर रहे थे।
25 अप्रैल को जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लाकडाऊन की घोषणा की तो यह सभी लोग वहीं पर रहने पर मजबूर हो गए। बताया जा रहा है कि इन मजदूरों में ज्यादातर को उनके कंपनियों के मालिकों ने वेतन आदि भी नहीं दिए हैं। इन सब लोगों को खाने तक के लाले पड़ रहे थे।
यह सब लोग किसी तरह अपने घर वापस जाना चाहते थे। इसके चलते ही आज हजारों का हुजूम बांद्रा रेलवे स्टेशन पर उमड़ पड़ा। इसके चलते लॉकडाउन की जमकर धज्जियां उड़ी। बाद में पुलिस ने इनको समझाने की कोशिश की। लेकिन जब यह नहीं समझे तो लाठीचार्ज किया गया।