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क्या देश में एक बार फिर लगेगा ‘संपूर्ण लॉकडाउन’?

भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना के 4,03,738 नए केस सामने आए हैं। जबकि कोरोना महामारी की चपेट में आए 4,092 कोविड मरीजों की मौत हुई है। राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में तो गिरावट दर्ज की जा रही है लेकिन मरने वालों की संख्या में कमी नहीं है।

देश में कोरोना का कहर जारी है। भारत में हर दिन करीब 4 लाख से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं। देश के ज्यादा राज्यों में लॉकडाउन या लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लागू हैं, हालांकि रोजाना दर्ज किए जाने वाले केस में कमी नहीं आ रही है। कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच चारों तरफ से संपूर्ण लॉकडाउन की मांग की जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ढिलाई से IMA भी हैरान

कोविड-19 महामारी की दूसरी खौफनाक लहर के कारण पैदा संकट से निपटने में स्वास्थ्य मंत्रालय की ढिलाई और अनुचित कदमों को लेकर आईएमए ने भी अब सरकार पर कई आरोप लगाए हैं।

इस बीच डॉक्टरों के संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) भी संपूर्ण लॉकडाउन पर जोर दे रहा है। एसोसिएशन ने कहा है कि,’केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को ‘जाग’ जाना चाहिए और कोविड-19 महामारी से पैदा हो रही चुनौतियों से निपटने के लिए कदम उठाना चाहिए।’

स्वास्थ्य मंत्रालय नींद से जागे : IMA

डॉक्टरों के संगठन ने एक बयान में यह भी आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने के लिए उपयुक्त कदम नहीं उठाए। यह भी कहा गया कि ‘IMA मांग करता है कि स्वास्थ्य मंत्रालय को नींद से जाग जाना चाहिए और कोविड-19 महामारी के कारण बढ़ती जा रहीं चुनौतियों से निपटने के लिए कदम उठाना चाहिए।’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि इस महामारी के गंभीर नतीजों ने देश में एक और विनाशकारी लाकडाउन के हालात पैदा कर दिए हैं। कोरोना के कहर से लोगों को बचाने के लिए सरकार को चार सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण, सही आंकड़े, कोरोना के नए स्ट्रेन का विश्लेषण और कमजोर वर्ग के लोगों को आर्थिक सहायता जैसे कदम तत्काल उठाए जाने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर से पहले इसके खिलाफ जंग जीत लेने की सरकार की घोषणा को मौजूदा हालात के लिए बहुत हद तक जिम्मेदार ठहराया।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र

राहुल ने पत्र में सरकार की कमियों की ओर भी इशारा किया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र पर सरकार के बेहद तल्ख जवाब के मद्देनजर राहुल ने कहा कि कोरोना की सुनामी से मची तबाही की वजह से वह फिर पत्र लिखने के लिए विवश हुए हैं। प्रधानमंत्री से आग्रह है कि वह अपनी सारी शक्तियों का उपयोग लोगों को हो रही अनावश्यक पीड़ा से बचाने में करें। दुनिया में कोरोना संक्रमित हर छह व्यक्तियों में से एक भारतीय है। इस वायरस को अपने स्वरूप बदलने और अधिक खतरनाक स्वरूप में सामने आने के लिए भारत में बहुत अनुकूल माहौल मिला। इसलिए उन्हें डर है कि जिस डबल और ट्रिपल म्यूटेंट को हम देख रहे हैं, वह केवल एक शुरुआत भर हो सकती है।

एम्स के निदेशक का क्या है कहना ?

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी संपूर्ण लॉकडाउन पर विचार करने को कहा था। वहीं, AIIMS के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया भी बीते साल की तरह सख्त लॉकडाउन की बात कर चुके हैं। उन्होंने पिछले साल मार्च महीने की तरह ही सख्त लॉकडाउन की पैरवी की है। इन सबके बीच कोरोना की तीसरी लहर की बात भी सामने आई है। केंद्र सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. के विजय राघवन कहा है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर को टाला नहीं जा सकता।

इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या केंद्र सरकार पिछले साल की तरह पूरे देश में लॉकडाउन लगाएगी?

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल से जब लॉकडाउन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए राज्य सरकारों को प्रतिबंधों को लेकर दिशा निर्देश दे चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आने वाले समय में कुछ और करने की जरूरत पड़ती है तो उसके सभी विकल्पों पर चर्चा की जा सकती है।

देश में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के बीच मरीजों के ठीक/स्वस्थ होने की दर में कमी आ रही है। देश में कोरोना के 37 लाख के करीब एक्टिव केस हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार (09 मई 2021) सुबह 8 बजे जारी किए गए कोरोना के आंकड़े….

पिछले 24 घंटे में आए कुल नए केस- 4,03,738
पिछले 24 घंटे में कुल ठीक हुए – 3,86,444
पिछले 24 घंटे में हुई कुल मौतें- 4,092
देश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा- 2,22,96,414
देश में अब तक ठीक हुए मरीजों की संख्या- 1,83,17,404
देश में कोरोना से मरने वालों का कुल आंकड़ा- 2,42,362
भारत में कोरोना के अब कुल एक्टिव केस- 37,36,648
कुल वैक्सीनेशन – 16,94,39,663

भारत में लगातार बढ़ते कोविड मरीजों की संख्या के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए कोरोना की राष्ट्रीय नीति में बदलाव किया है।नई नीति के तहत अब कोविड हेल्थ फैसिलिटी में बिना पॉजिटिव रिपोर्ट के भी मरीज को भर्ती किया जा सकेगा। नई नीति के मुताबि​क किसी भी मरीज को ऑक्सीजन और दवा देने से मना नहीं किया जाना चाहिए, भले ही वो अलग शहर का ही क्यों ना हो।

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