सप्ताह की शुरुआत में ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ अखबार को दिए गए एक साक्षात्कार में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि गांधी परिवार को पार्टी का नेतृत्व छोड़ देना चाहिए और यह मौका किसी और को दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ( गांधी ) सपनों की दुनिया में रह रहे हैं। चुनावों में पार्टी की भारी हार का कारण अभी भी उनके लिए अनिश्चित है।
गांधी परिवार से नाराज चल रहे जी-23 समूह के लोगों में शामिल कपिल सिब्बल की यह बात आजकल चर्चा का विषय बनी हुई है। कारण यह है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में करारी हार मिली है। यह हार कांग्रेस की कम और प्रियंका गांधी की ज्यादा कहीं जा रही है । क्योंकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की कमान प्रियंका गांधी के हाथों में थी।
चुनाव परिणामों के बाद प्रियंका गांधी पर आरोप लगने शुरू हो गए हैं कि उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को चुनाव में दरकिनार कर अपनी चलाई । इसके चलते ही कांग्रेस की उत्तर प्रदेश में बुरी गत हुई । कांग्रेस यहां सिर्फ 2 सीटों तक ही सिमट गई। जिनमें 1 सीट वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पार्टी के बड़े ब्राह्मण चेहरा प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा जीती है।
आराधना मिश्रा को वैसे तो प्रियंका गांधी का खास कहा जाता है । लेकिन उनके पिता प्रमोद तिवारी ने कांग्रेस में एक नई बहस को जन्म दे दिया है । प्रमोद तिवारी ने यूपी कांग्रेस छोड़ अपना स्थान केंद्र में सुनिश्चित कराने की मांग की है। इसके लिए बकायदा उन्होंने पत्र भी लिखा और आज वह पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले। तब से ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है । कहा जा रहा है कि प्रमोद तिवारी उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के दखल को सहन नहीं कर पा रहे हैं और वह केंद्र यानी राष्ट्रीय राजनीति में अपना स्थान सुनिश्चित करना चाहते हैं।
गौरतलब है कि यूपी में हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए अनुकूल परिणाम वाले नही रहें है। इसके वावजूद भी प्रमोद तिवारी के अपने सियासी वर्चस्व के चलते प्रतापगढ़ के रामपुर खास सीट पर कांग्रेस लगातार बारहवीं बार जीत का रिकार्ड बना चुकी है। पार्टी को रामपुर खास से मिली सफलता मौजूदा पार्टी के प्रदर्शन के दौर में कांग्रेस हाईकमान की नजर में प्रमोद तिवारी का कद और बढ़ा गई है।
प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गॉधी के साथ नई दिल्ली में प्रमोद तिवारी की हुई मुलाकात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि श्री तिवारी यूपी में कांग्रेस के जनाधार रखने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। कांग्रेस नेतृत्व का उन पर जो भी भरोसा अब तक जताया गया उस पर श्री तिवारी खरे साबित हुुए हैं। ऐसे में सोनिया गॉधी और प्रमोद तिवारी की विशेष यह मुलाकात पार्टी कार्यकर्ताओ के मनोबल को बढ़ाने के साथ ही संगठन की मजबूती में उत्साहजनक साबित होगी।