महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने में कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी सहम गई है। बताया जा रहा है कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी की एक चिट्ठी ने कांग्रेस की राजनीति में सियासी तुफान पैदा कर दिया है । जिसने महाराष्ट्र की राजनीति में नई दिलचस्पी पैदा कर दी है। इस खत के आधार पर दावा किया जा रहा है कि जमीयत अध्यक्ष ने अपने खत में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दो टूक कहा है कि शिवसेना को समर्थन देने का फैसला कांग्रेस के लिए बहुत ही घातक साबित हो सकता है।
सूत्रो के अनुसार सोनिया गांधी को लिखे इस खत में अरशद मदनी ने कहा है, “…ये सही में दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप शिवसेना को समर्थन देने की सोच रही हैं। यह कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत ही खतरनाक और घातक कदम होगा….।” उन्होंने ये भी लिखा है कि उन्हें भरोसा है कि वह उनके खत को बहुत ही अच्छी भावना से देखेंगी।
जाहिर है कि अरशद मदनी मुसलमानों के एक बड़े नेता हैं और उन्होंने जिस तरह से कांग्रेस पार्टी को आगाह किया है, माना जा रहा है कि उसके सीधे तौर पर खिलाफ जाकर कोई फैसला लेना कांग्रेस लीडरशिप के लिए आसान नहीं रहने वाला है। इससे कांग्रेस को अल्पसंख्यक वोटर के नाराज होने का खतरा सताने लगा है। क्योंकि शिवसेना की छवि एक कट्टर हिन्दू पार्टी की है।