इन दिनों राजस्थान सरकार परेशान है । परेशान इसलिए है कि उसके वरिष्ठ आईएएस नौकरशाह प्रदेश को छोड़कर दिल्ली का रुख कर रहे हैं । पिछले 2 साल में अब तक 6 आईएएस राजस्थान छोड़कर दिल्ली चले गए हैं। हालांकि इनके पीछे कहा जा रहा है कि वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। हर कोई आईएएस चाहता है कि वह जब रिटायर हो तो है केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हो।
लेकिन इसके पीछे जो कारण बताया जा रहा है कि अधिकतर आईएएस राजस्थान से दिल्ली इसलिए जा रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कार्यशैली से नाराज है। कारण कुछ भी हो लेकिन फिलहाल राजस्थान को वरिष्ठ नौकरशाहों की कमी खलने लगी है। आधा दर्जन के करीब नौकरशाहों के जाने के बाद कामकाज प्रभावित हो रहा है।
बताया जा रहा है कि वर्ष 1989 बैच के आईएएस और एसडीएम रोहित सिंह ने भी अपनी पोस्टिंग से नाराज होकर दिल्ली जाने के लिए आवेदन कर दिया है । जबकि तत्काल मामला मुख्यमंत्री के सचिव रहे अजिताभ शर्मा का है । अजिताज शर्मा ने भी दिल्ली जाने के लिए आवेदन कर दिया है।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के 1 साल के बाद से अधिक समय तक अजिताज ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सचिव के तौर पर सेवाएं दी है। उसके बाद करीब 8 महीने ऊर्जा महकमे में वह प्रमुख सचिव रहे । खान – पेट्रोलियम और आईटी जैसे अहम विभागों में प्रमुख सचिव रहने वाले अमिताभ का दिल्ली जाने के लिए आवेदन करना चर्चाओं में है।
जबकि इससे पहले नरेश पाल गंगवार, आलोक कुमार, तन्मय कुमार, संजय मल्होत्रा , रजत मित्र केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं । बताया जाता है कि इस दौरान कई आईएएस दिल्ली जाने की कतार में है। जिनमें शिखर अग्रवाल, प्रवीण गुप्ता और सिद्धार्थ महाजन शामिल है।