हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी ( आप ) ने पंचायतों चुनावों में 4 वार्ड सदस्य और एक प्रधान निर्विरोध चुना गया है। जिसमे कांगड़ा जिले की एक पंचायत में प्रधान, ऊना तथा सिरमौर जिले के पांवटा साहिब और शिमला के रोहड़ू में वार्ड सदस्य जीते हैं। आप की तरफ से दावा किया जा रहा है कि प्रदेशभर में कई स्थानों पर पार्टी के प्रत्याशी मैदान में हैं और उनके जीतने की प्रबल संभावनाएं हैं। आप इस तरह पंचायत चुनावों में आप को शुरुआत में एक छोटी कामयाबी मिली है। लेकिन यह कामयाबी पर आम आदमी पार्टी बेहद खुश है इसे जनता का प्यार बताया है। साथ ही कहा कि आम आदमी पार्टी देवभूमि हिमाचल में एक विकल्प के रूप में जनता के सामने जा रही है,जिसे भारी समर्थन मिल रहा है।.
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इस जीत से आप का हौसला बढ़ा है। साथ ही दूसरी तरफ देखा जाए तो इस जीत से उत्तराखंड में आप के प्यादे ख़ुशी से उछल रहे है। उनकी ख़ुशी का कारण यह है कि हिमाचल की तरह उत्तराखंड भी पर्वतीय आँचल का प्रदेश है। जहा दोनों प्रदेशो में कुछ राजनितिक समानताए भी है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की आप की पंचायत जीत पर उत्तराखंड के आपियों ( आम आदमी पार्टी के समर्थक ) की ख़ुशी का राज यह है कि उनको लगता है कि उत्तराखंड में भी आम आदमी पार्टी का प्रभुत्व बढ़ सकता है।

देवभूमि हिमाचल में आप की पंचायत जीत पर आम आदमी पार्टी के हिमाचल के प्रदेश अध्यक्ष अनूप केसरी ने कहा कि 21 जनवरी को प्रेस कॉन्प्रेंस कर जीतने वाले प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जाएगी। हिमाचल प्रभारी रत्नेश गुप्ता ने कहा कि पार्टी ने अच्छी शुरूआत की है, 12 जनवरी को शिमला आने का कार्यक्रम है। आम आदमी पार्टी के हिमाचल प्रभारी रत्नेश गुप्ता ने ट्वीट कर कहा कि देवभूमि हिमाचल में आम आदमी पार्टी ने चुनावी परचम लहराया है। पंचायत चुनावों में पांच प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं, पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रि-ट्वीट कर सभी प्रत्याशियों को बधाई दी है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस उपलब्धी पर खुशी जताई है। केजरीवाल ने अपने ट्वीट में ये लिखा है कि सभी प्रत्याशियों को जीत की बधाई। आपको पूरे तन, मन और धन से जनता की सेवा करनी है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तराखंड में अपने तीन दिवसीय दौरे में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जान फूंक दी है। आप उत्तराखंड में मिशन 2020 को लेकर सक्रिय है। पिछले साल ही पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा करके सत्तासीन भाजपा और कांग्रेस की बैचेनी थी। पहले जिन नेताओं को विधानसभा के चुनावों में भाजपा और कांग्रेस टिकट नहीं देती थी तो ऐसे में वह नेता निर्दलीय चुनाव लड़ते थे। लेकिन आम आदमी पार्टी ने इस बार उनके लिए संभावनाओ के द्वार खोल दिए है। यह तय है कि अब जिस नेता को भाजपा और कांग्रेस से मायूसी मिलेगी निश्चित तौर पर वह आप की शरण में जायेगा। ऐसे में उत्तराखंड के 2022 के विधानसभा चुनाव में आप के नेताओं की राजनितिक मुराद पूरी हो जाएगी।