देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या में एक बार फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 37 हजार से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो बीते दिन की तुलना में करीब 12 हजार अधिक हैं । स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक आज 25 अगस्त को देश में कोरोना वायरस के 37 हजार 593 नए संक्रमित सामने आए। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन के एक बयान ने भारत की चिंता फिर से बढ़ा दी है।
स्वामीनाथन ने कहा है कि भारत में कोरोना एक तरह से महामारी के स्थानिकता के चरण (एंडेमिक स्टेज) में प्रवेश कर रहा है, जहां निम्न या मध्यम स्तर का संक्रमण जारी है। स्थानिक अवस्था तब होती है जब कोई आबादी वायरस के साथ रहना सीखती है। यह महामारी के चरण से बिल्कुल अलग है, जहां वायरस आबादी पर हावी हो जाता है। इसका मतलब यह है कि भारत को अभी कोरोना से छुटकारा पाने के लिए लंबा इंतजार करना होगा। इस सबके बावजूद देश में कोरोना को लेकर भय का माहौल नहीं है। इसका ताजा उदाहरण इसी से लगाया जा सकता है कि देशभर में स्कूल , कॉलेज , सिनेमाघर , शॉपिंग माल , जिम और वीकेंड लॉकडाउन सब खोल दिए गए हैं।
स्वामीनाथन ने एक बयान में कहा कि हम शायद एक तरह से स्थानिकता के चरण में प्रवेश कर रहे हैं, जहां निम्न स्तर का संचरण या मध्यम स्तर का संचरण जारी है, हालांकि हम उस प्रकार की जबरदस्त वृद्धि और हालात नहीं देख रहे हैं जैसे हमने कुछ महीने पहले देखे थे।
भारत में ऐसी स्थिति उत्पन्न होने कारण है देश में विभिन्न हिस्सों में जनसंख्या की विविधता और प्रतिरक्षा की स्थिति के कारण यह हो रहा है। यह बहुत संभव है कि यह उतार-चढ़ाव की स्थिति इसी तरह जारी रह सकती है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्ष 2022 के अंत तक हम उस स्थिति में होंगे कि हम 70 फीसदी तक टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे और फिर देश में हालात वापस सामान्य हो सकते हैं। बच्चों में कोरोना के प्रसार पर स्वामीनाथन ने कहा कि माता-पिता को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सीरो सर्वेक्षण को देखें और हमने अन्य देशों से जो सीखा है, उससे पता चलता है कि यह संभव है कि बच्चे संक्रमित हो सकते हैं। हालांकि अधिकतर बच्चों को सौभाग्य से बहुत हल्की बीमारी होती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में एक्टिव केसों की संख्या अभी भी 3 लाख 22 हजार 327 है। वहीं, देश में अब तक 59.55 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इसके अलावा देश में मौजूदा रिकवरी रेट 97.67 फीसदी है।