मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर जेएनयू हिंसा के खिलाफ ‘फ्री कश्मीर’ का पोस्टर लहराने वाली लड़की का पहचान सामने आ गया है। लड़की का नाम महक मिर्जा है और वो पेशे लेखक हैं। महक ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर सफाई दी है।
महक ने तीन मिनट और 36 सेकेंड के अपने वीडियो में कहा, “गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन के दौरान एक पोस्टर उठाया था। यह पोस्टर वहां ही पड़ा था। मैंने इसे सिर्फ इसलिए उठाया था। क्योंकि मैं कश्मीर में इंटरनेट और मोबाइल सेवा बहाल करने की बात कहना चाह रही थी। मैं कश्मीरी नहीं बल्कि मुंबई की रहने वाली हूं। मैं किसी गैंग का हिस्सा नहीं हूं।”
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अपने वीडियो में उन्होंने यह भी बताया है कि उनका सरनेम प्रभू है। महक मिर्जा प्रभु 37 साल की हैं। मुंबई में रहती हैं। और पेशे से एक लेखक और कहानीकार हैं। महक छोटी काल्पनिक कहानियां लिखती हैं और लोगों को सुनाती हैं।
मोहम्मद मुनीम महक के दोस्त हैं और उनके साथ रचनात्मक काम करते हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया है कि मोहम्मद मुनीम एक कश्मीरी गायक और गीतकार हैं और मुम्बई में ही रहते हैं। मुनीम की अधितर गीत और कविताएं ज्यादातर कश्मीर घाटी पर होती हैं।
जैसा कि मालूम है महक के पोस्टर को लेकर पिछले दिनों काफी बवाल मचा था और सभी उसकी पहचान के लिए तलाश उत्सुक थे।
भाजपा लगातार महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर हमले कर रही थी। भाजपा का आरोप था कि इस पोस्टर के प्रदर्शन के पीछे कोई गहरी साजिश थी।
#WATCH Mumbai: Poster reading, 'Free Kashmir' seen at Gateway of India, during protest against yesterday's violence at Delhi's Jawaharlal Nehru University. #Maharashtra pic.twitter.com/i7SeImYxCE
— ANI (@ANI) January 6, 2020
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए सवाल किया था कि क्या उन्हें फ्री कश्मीर जैसे भारत विरोधी अभियान बर्दाश्त है?
उन्होंने पोस्टर का वीडियो ट्वीट किया था और लिखा था, “यह किस बात का प्रदर्शन है? फ्री कश्मीर के नारे क्यों लगाए जा रहे हैं? हम मुंबई में इस तरह के अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं?”