भारत सरकार ने इस साल 118 हस्तियों को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। पुरस्कार से नवाजे गए नामों में एक नाम बेहद चर्चा में है। यह नाम है मोहम्मद शरीफ का। इन्हें सामाजसेवा के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है। मोहम्मद शरीफ अयोध्या के खिड़की अली बेग मोहल्ले के निवासी है।
21 people have been conferred with Padma Shri Awards 2020 including Jagdish Jal Ahuja, Mohammed Sharif, Tulasi Gowda and Munna Master. #RepublicDay pic.twitter.com/7blGTjxe9q
— ANI (@ANI) January 25, 2020
जिले भर में मोहम्मद शरीफ ‘चचा’ के नाम से मशहूर हैं। इन्होंने 25 सालों से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने की जिम्मदारी अपने कंधों पर उठा रखी है। शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए इन्हें प्रतिमाह नगर निगम से केवल 15 रुपये की सहायता प्राप्त होती है।
बावजूद इसके बाकी रुपयों के जरूरत को शहर के कुछ लोगों की मदद से पूरा कर लिया जाता है। लावारिसों का अंतिम संस्कार करने वाले मोहम्मद शरीफ एक किराए के मकान में रहते हैं जो इस समय बेहद जर्जर अवस्था में है। उनका यह मकान टिन शेड का है। इस अवस्था में रहने के बाद भी उनका कहना है कि किसी तरह जीवन बिता लेंगे लेकिन यह काम नहीं छोड़ेंगे।
साइकिल मैकेनिक मोहम्मद शरीफ का लावारिस शवों के अंतिम संस्कार करने के पीछे भी एक दर्दनाक कहानी है। पच्चीस साल पहले उनका एक बेटा मोहम्मद रईस जब घर से दवा लेने बाहर गया। उसके बाद वह कभी लौटकर नहीं आया। उस दिन उनके बेटे की लाश उन्हें लावारिसों की हालत में रेलवे ट्रैक पर मिली थी। जिसके बाद उन्होंने मन बना लिया कि वह अब से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया करेंगे जो अब तक जारी है।
मोहम्मद शरीफ के चार बेटे हैं। एक बेटे की मौत हार्ट अटैक होने से हो चुकी है। एक बेटा परिवार से अलग रहता है। इन सबके अलावा मोहम्मद जमील उनके साथ रहते है। अपने जिले में शरीफ चचा अब तक लगभग तीन हजार हिन्दू और 2500 मुस्लिम शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं। उनका कहना है कि कोई भी, इस दुनिया में लावारिस नहीं होना चाहिए। सबसे मुख्य बात यह है कि वह हिन्दू शव को हिन्दू परम्परा से मुखाग्नि देते है और मुस्लिम शव को इस्लाम के मुताबिक दफनाते हैं।
पद्म विभूषण पुरस्कार से नवाजे गई शख्शियतों में अरुणजेटली (मरणोपरांत), जॉर्ज फर्नाडिस(मरणोपरांत), सुषमा स्वराज(मरणोपरांत) के अलावा भी कई हस्तियां शामिल हैं। पद्म विभूषण से 7 शख्शियतों को नवाजा गया है। वहीं पद्म भूषण से 16 हस्तियों को सम्मानित किया गया। विभिन्न क्षेत्रों में सहराहनीय काम करने वाली 118 हस्तियों को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।
पद्म विभूषण
नाम क्षेत्र (राज्य/देश)
जॉर्ज फर्नाडिस (मरणोपरांत) लोकसेवा (बिहार)
अरुण जेटली (मरणोपरांत) लोकसेवा (दिल्ली)
अनिरुद्ध जगन्नाथ लोकसेवा (मॉरिशस)
एम सी मैरी कॉम खेल (मणिपुर)
छन्नूलाल मिश्र कला (यूपी)
सुषमा स्वराज* लोकसेवा (दिल्ली)
विश्वेश तीर्थ स्वामीजी* अन्य-/आध्यात्म (कर्नाटक)
पद्म भूषण
एम मुमताज अली अन्य-आध्यात्म (केरल)
सैयद मुअज्जम अली लोकसेवा (बांग्लादेश)
मुज्जफर हुसैन बेग लोकसेवा (जम्मू-कश्मीर)
अजोय चक्रवर्ती कला (पश्चिम बंगाल)
मनोज दास साहित्य और शिक्षा (पुडुचेरी)
बालकृष्ण दोशी अन्य/वास्तुकला (गुजरात)
कृष्णाम्माल जगन्नाथन समाज सेवा (तमिलनाडु)
एस सी जमीर लोकसेवा (नगालैंड)
अनिल प्रकाश जोशी समाज सेवा (उत्तराखंड)
तेर्रंशग लैंडोल चिकित्सा (लद्दाख)
आनंद महिंद्रा व्यापार और उद्योग (महाराष्ट्र)
नीलकंठ रामा कृष्णा मेनन* लोकसेवा (केरल)
मनोहर पर्रिकर* लोकसेवा (गोवा)
जगदीश सेठ साहित्य-शिक्षा (अमेरिका)
पीवी सिंधू खेल (तेलंगाना)
वेणु श्रीनिवासन व्यापार-उद्योग (तमिलनाडु)
पद्मश्री
गुरु शशधर आचार्य कला (झारखंड)
डॉ. योगी एरोन चिकित्सा (उत्तराखंड)
जय प्रकाश अग्रवाल व्यापार और उद्योग (दिल्ली)
जगदीश लाल अहूजा समाज सेवा (पंजाब)
काजी मासूम अख्तर साहित्य-शिक्षा (प.बंगाल)
ग्लोरिया एरीरा साहित्य और शिक्षा (ब्राजील)
जहीर खान खेल (महाराष्ट्र)
डॉ. पद्मावती बंदोपध्याय चिकित्सा (यूपी)
डॉ. सुषोवन बनर्जी चिकित्सा (पश्चिम बंगाल)
डॉ. दिगांबर बेहरा चिकित्सा (चंडीगढ़)
डॉ. दमयंती बसरा साहित्य-शिक्षा (ओडिशा)
पवार पोपटराव भागूजी समाज सेवा (महाराष्ट्र)
हिम्मताराम भांभू समाज सेवा (राजस्थान)
संजीव बाखचंदानी व्यापार और उद्योग (यूपी)
गफ्फूरभाई एम बिलखिया व्यापार और उद्योग (गुजरात)
बॉब ब्लैकमैन लोकसेवा (यूके)
इंदिरा पीपी बोरा कला (असम)
मदन सिंह चौहान कला (छत्तीसगढ़)
उषा चौमार समाज सेवा (राजस्थान)
लील बहादुर क्षेत्री साहित्य और शिक्षा (असम)
ललिता और सरोजा चिदंबरम कला (तमिलनाडु)
डॉ. वजिरा चित्रसेना कला (श्रीलंका)
डॉ. पुरुषोत्तम दधीच कला (मध्यप्रदेश)
उत्सव चरण दास कला (ओडिशा)
प्रो. इंद्रा दासानायके* साहित्य और शिक्षा (श्रीलंका)
एचएम देसाई साहित्य और शिक्षा (गुजरात)
मनोहर देवदास कला (तमिलनाडु)
पोयम बेमबेम देवी खेल (मणिपुर)
लिया दिस्किन समाज सेवा (ब्राजील)
एमपी गणेश खेल (कर्नाटक)
डॉ. बेंगलौर गंगाधर चिकित्सा (कर्नाटक)
डॉ. रमन गंगाखेड़कर विज्ञान (महाराष्ट्र)
बैरी गार्डिनर लोकसेवा (यूके)
चेवांग मोटुप गोबा व्यापार और उद्योग (लद्दाख)
भरत गोयनका व्यापार और उद्योग (कर्नाटक)
यदला गोपालराव कला (आंध्रप्रदेश)
मित्रभानु गुनिया कला (ओडिशा)
तुलसी गौड़ा समाज सेवा (कर्नाटक)
सुजॉय के. गुहा विज्ञान (बिहार)
हरेकला हजबा समाज सेवा (कर्नाटक)
इनामुल हक पुरातत्व (बांग्लादेश)
मधु मंसूरी हसमुख कला (झारखंड)
अब्दुल जब्बार* समाज सेवा (मध्य प्रदेश)
बिमल कुमार जैन समाज सेवा (बिहार)
मीनाक्षी जैन साहित्य और शिक्षा (दिल्ली)
नेमनाथ जैन व्यापार और उद्योग (मप्र.)
शांति जैन कला (बिहार)
सुधीर जैन विज्ञान (गुजरात)
बेनीचंद्र जमातिया साहित्य और शिक्षा (त्रिपुरा)
केवी संपत कुमार और विदुषी जयलक्ष्मी साहित्य और शिक्षा (कर्नाटक)
करण जौहर कला (महाराष्ट्र)
डॉ. लीला जोशी चिकित्सा (मध्यप्रदेश)
सरिता जोशी कला (महाराष्ट्र)
सी. कमलोवा साहित्य और शिक्षा (मिजोरम)
डॉ. रवि कन्नन आर चिकित्सा (असम)
एकता कपूर कला (महाराष्ट्र)
यज्दी नौशीरवान करंजिया कला (गुजरात)
नारायण जे. जोशी करयाल साहित्य और शिक्षा (गुजरात)
डॉ. र्नंरदर नाथ