“सवाल पूछे जाने इसीलिए भी जरूरी हैं ताकि आगे की तैयारियों को लेकर सरकार देश के नागरिकों के सामने पारदर्शिता के साथ पूरा खाका रखे। ताकि कुर्सी पर बैठे हुए लोगों को इस देश के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी और अपनी जवाबदेही समझ में आए। दूसरी लहर के दौरान मौतों के आंकड़े बताते हैं कि इसका कहर कितना घातक था। देश भर में नागरिकों की कई सारी दर्दनाक तस्वीरें आईं। पूरे देश ने वे दिन बेहद पीड़ा के साथ काटे। कितनों का कोई प्यारा गुजर गया, हर किसी ने किसी को खो दिया है।और आज जब प्राकृतिक रूप से यह लहर थोड़ी थम रही है तब अचानक सरकार अपनी मीडिया और मशीनरी के द्वारा फिर से दिखने लग रही है, फिर से हमारे प्रधानमंत्री और उनके मंत्री आगे आकर बयान देने लगे हैं।”
सोशल मीडिया फेसबुक पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने यह लिखकर भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार की जमकर घेराबंदी कर दी है। कुछ दिनों पहले तक कोरोना मुद्दे पर चुप बैठी प्रियंका गांधी अचानक भाजपा पर हमलावर हो गई है।
प्रियंका ने सोशल मीडिया के जरिए ना केवल केंद्र सरकार बल्कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कोरोना को लेकर उन्होंने “जिम्मेदार कौन” नाम से एक अभियान शुरू किया है । जिसमें उन्होंने कांग्रेसियों से कहा है कि वह हर रोज कोरोना से मौत की आगोश में चले गए लोगों की बाबत भाजपा से सवाल करें।
प्रियंका गांधी का कहना है कि सवाल पूछे जाने इसीलिए भी जरूरी हैं ताकि आगे की तैयारियों को लेकर सरकार देश के नागरिकों के सामने पारदर्शिता के साथ पूरा खाका रखे। इसलिए ये पूछना पड़ेगा कि जिम्मेदार कौन है? प्रियकां ने कहा कि जिस समय लोग बेड, ऑक्सीजन, दवाइयों के लिए संघर्ष कर रहे थे। उस वक्त लोगों को विश्वास था कि इससे निपटने के लिए उनकी सरकार ने तैयारियां कर रखी हैं। लेकिन सरकार पूरी तरह मूकदर्शक मोड में चली गई।
सरकार से सवाल करने संबंधी अपनी ‘जिम्मेदार कौन?’ की पहली कडी के तहत आज प्रियंका गांधी ने फेसबुक पोस्ट में पूछा कि प्रधानमंत्री के अनुसार, जब सरकार ने पिछले साल ही टीकाकरण की पूरी योजना तैयार कर ली थी, तब ये हालात पैदा क्यों हुए? प्रियंका ने कहा कि पिछले साल 15 अगस्त को मोदीजी ने लाल किले से भाषण में कहा कि उनकी सरकार ने टीकाकरण की पूरी योजना तैयार कर ली है। तब जनवरी 2021 में मात्र 1 करोड़ 60 लाख टीके का आर्डर क्यों दिया गया?”
उस दौरान भारत के टीका उत्पादन और टीका कार्यक्रमों की विशालता के इतिहास को देखते हुए यह विश्वास करना आसान था कि मोदी सरकार इस काम को तो बेहतर ढंग से करेगी। लेकिन सच सबके सामने हैं। आज टीकाकरण कराने को लोग कोविड केयर सेंटर पर मारे मारे फिर रहे हैं। लेकिन उनका टीकाकरण नहीं किया जा रहा है। कहीं वैक्सीन नहीं है तो कहीं रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है । हालात बहुत गंभीर है।
केन्द्र सरकार के साथ ही
कांग्रेस नेता प्रियंगा गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए यूपी सरकार पर भी गंगा में बह रहे शवों पर निशाना साधा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि “जीते जी ढंग से इलाज नहीं मिला। कितनों को सम्मान से अंतिम संस्कार नहीं मिला। सरकारी आंकड़ों में जगह नहीं मिली। अब कब्रों से रामनामी भी छीनी जा रही है। छवि चमकाने की चिंता में दुबली होती सरकार पाप करने पर उतारू है। ये कौन सा सफाई अभियान है? ये अनादर है-मृतक का, धर्म का, मानवता का।”