देश कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कोविड वैक्सीन पर फोकस कर रहा है। लेकिन अधिकांश राज्यों के पास वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक नहीं है और टीकाकरण अभियान ठंडा पड़ गया है। ऐसे में अब केंद्र सरकार ने खुशखबरी दी है। केंद्र सरकार देश में टीकों की कमी (कोविड 19 वैक्सीन) को दूर करने की कोशिश कर रही है। भारत में जल्द ही 4 और टीके उपलब्ध होंगे।
टीकाकरण में तेजी लाने के लिए देश में वैक्सीन का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। देश में और 4 टीके उपलब्ध होंगे। इसमें बायो-ई वैक्सीन, जाइडस डीएनए आधारित वैक्सीन, भारत बायोटेक नाक वैक्सीन और जिनेवा वैक्सीन शामिल होंगे। इस साल के अंत तक देश टीकों की 200 करोड़ खुराक का उत्पादन कर चुका होगा।
4 और टीकों के लिए सरकारी वित्तीय सहायता
साल के अंत तक 200 करोड़ डोज का होगा प्रोडक्शन
केंद्र सरकार कोरोना वायरस के खिलाफ टीकों का उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी अपनी उत्पादन क्षमता 6.5 करोड़ खुराक प्रति माह से बढ़ाकर 11 करोड़ खुराक प्रति माह करेगा। सरकार के प्रयासों से अनुमान है कि इस साल के अंत तक 200 करोड़ डोज का उत्पादन हो जाएगा।
टीके के लिए फाइजर और मॉडर्न से चर्चा
केंद्र सरकार वैक्सीन के लिए फाइजर और मॉडर्न से बातचीत कर रही है। फाइजर की जुलाई से अक्टूबर के बीच वैक्सीन की 50 मिलियन खुराक देने की योजना है। लेकिन कंपनी ने कुछ छूट की मांग की है। भारत सरकार के अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा की गई है। इस सप्ताह एक बैठक हुई है।
छह और कंपनियां स्पुतनिक वी का उत्पादन करेंगी
भारत बायोटेक एक महीने में 10 करोड़ खुराक बनाएगी
डॉ. वी. क पॉल द्वारा बताया गया कि भारत बायोटेक को वैक्सीन की उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रहा है। जल्द ही 3 और कंपनियां कोवासीन का उत्पादन करेंगी। इसके अलावा भारत बायोटेक अपने प्लांट की क्षमता का भी विस्तार कर रही है। तदनुसार, 4 कंपनियों द्वारा कोवासिन का उत्पादन बढ़ाया जाएगा। साथ ही तीन सरकारी कंपनियों के सहयोग से दिसंबर तक 4 करोड़ डोज का उत्पादन किया जाएगा।