अनुराग कश्यप पिछले दिनों भारत सरकार के कदमों की आलोचना करने के लिए खबरों में थे। इसके बाद से ही अनुराग को सोशल मीडिया पर आलोचनाओं के अलावा धमकियां भी मिल रही थीं।
अनुराग कश्यप ने ट्वीट कर लिखा था,
‘जब आपके माता-पिता को फोन आने लग जाएं और आपकी बेटी को ऑनलाइन धमकियां मिलने लगे तो फिर कोई भी बात नहीं करना चाहेगा। कोई वजह या कोई भी तर्क नहीं बचेगा। दबंगों का राज होगा और दबंगई जीने का नया तरीका। सबको नया भारत मुबारक हो और आप इसमें रह सकें। आपको खुशियां और तरक्की मिले। ये मेरा आखिरी ट्वीट होगा क्योंकि मैं ट्विटर छोड़ रहा हूं। जब मैं बिना डर के बोल नहीं सकता तो मैं बोलूंगा ही नहीं।गुड बाय।’

फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने शनिवार को ट्विटर छोड़ने की घोषणा की। अपने पैरेंट्स को आ रहे अनजान फोन कॉल्स और बेटी को मिल रही धमकियों के कारण अनुराग ने ऐसा करने का फैसला लिया। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के सदस्यों में शामिल अशोक पंडित और विवेक अग्निहोत्री ने इसके लिए उनकी आलोचना की है।
विवेक अग्निहोत्री ने लिखा- ”कॉमरेड! अगर आप में लड़ने की हिम्मत नहीं है, तो बेकार में राजनीतिक मुद्दों पर क्यों बोलते हैं? झूठी चिट्ठियां लिखोगे तो लोग ऊंगली उठाएंगे ही और मैदान छोड़ के भागना था तो झूठी चिट्ठी लिखी ही क्यों? क्या अल्पसंख्यकों के लिए सहानुभूति गायब हो गई है? क्या इसी तरह से क्रांति लाई जाएगी?”
‘ये बकवास है | जब मुझ पर हमला किया गया तब आपने शांति के साथ इसे सेलिब्रेट किया। अब आप कुछ पागल ट्रोल्स का इस्तेमाल कर विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं। कोई भी ऐसा सिलेब्रिटी नहीं है जो ट्रोल न हुआ हो या उसे धमकी न मिली हो। मेरा डीएम (डायरेक्टर मेसेज) चेक करिए। आपको अच्छा लगेगा। छोड़ने वाले कभी जीतते नहीं और जीतने वाले कभी छोड़ते नहीं।’
इस मामले में फिल्ममेकर्स और सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के मेंबर्स ने जमकर कश्यप की सोशल मीडिया पर खिंचाई की है।
अशोक पंडित ने ट्वीट किया, ‘अनुराग कश्यप पहले भी ट्विटर से बाहर जा चुके हैं जब उनकी फिल्म बॉम्बे वेलवेट फ्लॉप हो गई थी और लोगों ने उन्हें बेकार फिल्ममेकर बताया था। अब वह फिर वही कर रहे हैं जब उनके झूठ का पर्दाफाश हो गया है। अगली फिल्म के रिलीज होने से पहले वह फिर आएंगे। इस तरह अर्बन नक्सल खबरों में रहते हैं।