देश में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव लगभग एक साथ होने जा रहे हैं। लेकिन मीडिया से लेकर राजनीतिक विश्लेषकों के बीच सिर्फ और सिर्फ पश्चिम बंगाल के चुनावी जंग की चर्चा जोरो पर है। उसका एक कारण यह भी है कि भारतीय जनता पार्टी जो पिछले विधानसभा चुनाव में यहां चर्चा का भी विषय नहीं थी वह इस बार सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती बनकर खड़ी है। पहले पहल तो यहां मामला त्रिकोणीय दिख रहा था। पर टीएमसी से बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं की जब संख्या बढ़ने लगी तो लगा कि यह चुनाव टीएमसी बनाम बीजेपी होता जा रहा है।
दल बदल के मामले में अभी तक ख़बरों में टीएमसी के वे नेता थे जो अपनी राजनीतिक इच्छाओं के चलते ममता बनर्जी का साथ छोड़ बीजेपी का हाथ पकड़ रहे हैं। लेकिन 14 मार्च का दिन बीजेपी के लिए नाउम्मीदी का दिन रहा। क्योंकि उम्मीदवारों के नाम की घोषणा के बीच रविवार,14 मार्च को भाजपा को दो बड़े झटके लगे।
बैसाखी बनर्जी ने भी टिकट नहीं मिलने पर छोड़ी पार्टी
चुनाव में टिकट न दिए जाने से नाराज दिग्गज नेता सोवन चटर्जी ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा की चुनावी जंग के लिए भाजपा को तृणमूल कांग्रेस से टक्कर लेने के लिए टीएमसी के ही पूर्व नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का साथ मिल रहा है। लेकिन अब बीजेपी को भी अंदरूनी लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है।
तृणमूल कांग्रेस छोड़कर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए सोवन चटर्जी और उनके साथ बैसाखी बनर्जी ने भी टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ दी। सोवन चटर्जी कई दशकों से बेहाला पूर्व सीट का प्रतिधित्व करते आ रहे हैं, हालांकि यहां से पायल सरकार को टिकट दे दिया गया जो हाल में पार्टी में शामिल हुई हैं।
सूत्रों के मुताबिक सोवन बहाला ईस्ट से चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन बीजेपी ने उन्हें इस सीट से टिकट देने से इनकार कर दिया। इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
सोवन की कोलकाता के लोगों के बीच है अच्छी पकड़
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सोवन चटर्जी अपने लिए बहाला ईस्ट और बैसाखी बनर्जी के लिए बहाला वेस्ट से टिकट मांग रहे थे। लेकिन पार्टी उन्हें एक टिकट देने को तैयार थी। बीजेपी चाहती थी कि सोवन बहाला वेस्ट से चुनाव लड़ें।
अपने इस्तीफा पत्र में सोवन चटर्जी ने लिखा, ‘शिव प्रकाश ने मुझे बताया कि बीजेपी मुझे बहाला वेस्ट से टिकट देना चाहती थी। जबकि बैसाखी बनर्जी को टिकट नहीं दिया गया।’
बीजेपी में सोवन चटर्जी को कोलकाता ज़ोन का पार्टी ऑब्ज़र्वर बनाया गया था।कोलकाता के लोगों के बीच उनकी अच्छी पकड़ है, जहां पर बीजेपी सांगठनिक रूप से कमजोर रही है।
वहीं बीजेपी नेता बैसाखी बनर्जी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।उन्होंने अपने फेसबुक स्टेटस पर अपमान का दावा किया है। सोवन चटर्जी और बैसाखी बनर्जी ने अपना इस्तीफा पत्र भारतीय जनता पार्टी को सौंप दिया है।