प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर आज 3ः30 बजे बैठक बुलाई गयी | इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय, कैबिनेट सचिव और नीति आयोग भी शामिल हुआ। लेकिन दूसरी तरफ एक चौंकाने वाली खबर उत्तर प्रदेश से आ रही है। राज्य के मथुरा जिले में एक गांव में 3 दिन में 8 बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है। इन बच्चों को वायरल बुखार की शिकायत हुई थी।
मथुरा जिले के थाना फरह इलाके के एक गांव ‘कोह’ में वायरल फीवर से 3 दिन में आठ बच्चों की मौत हो गयी है। इस गांव में अभी 40 बच्चे और बीमार हैं। इन सब बच्चों को बुखार है। ये सभी अस्पताल में भर्ती हैं। ग्रामीण वासियों ने कई बार इसकी जानकारी स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से की, लेकिन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। फिर इसके बाद ग्रामीण वासियों ने इसकी जानकारी स्थानीय विधायक पूरन प्रकाश को दी, तो विधायक ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग से की। तब स्वास्थ्य विभाग ने एक टीम बुलाकर मेडिकल चैकअप के लिए गांव में भेजी। मेडिकल टीम ने गांव में बच्चों का चैकअप किया और पूरे गांव का सैनीटाइजेशन भी करवाया। 6 बच्चों की मौत के बाद पूरे गांव में दशहत का माहौल बना हुआ है।
मथुरा जिले के कोरोना प्रभारी डॉ ़ भुदेव से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि अब बच्चों के कोरोना के नमूने लिये गये हैं जैसे ही रिपोर्ट आयेगी तो पता चलेगा कि मौत कोरोना से हुई है। या वायरल बुखार से गांव में दवाईयां वितरित की जा रही हैं।
दूसरी तरफ आज से उत्तर प्रदेश सरकार ने कक्षा 6 से 8वीं कक्षा तक के स्कूल खोल दिये हैं। ऐसे में हर माता- पिता को भी अपने बच्चों की चिंता बनी हुई है क्योंकि करोनों की तीसरी लहर का प्रकोप बच्चों और युवाओं में ज्यादा होने की आशंका बतायी जा रही है। अभी पिछले 7 अगस्त को उत्तर प्रदेश के लखीमपुरखीरी के मीरा बिजुआ गांव में तेज बुखार से तीन लोगों की मौत हो गयी थी। इनमें से एक बच्चे का इलाज तो लखनऊ तक चला था। डॉक्टर इसे वायरल बुखार बता रहे हैं। बाकी 2 बच्चों का इलाज स्थानीय जिले के प्राइवेट क्लीनीक में चला था। एक सप्ताह तक तेज बुखार होने के बाद इन दोनों बच्चों की मौत हो गई थी।
ऐसे में लगता है कि देश में तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है, लेकिन प्रशासन लापरवाह बना हुआ है।