पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में मतदान के दौरान हुई हिंसा और सुरक्षा बालों की इस पर जबाबी कार्रवाई किये जाने को लेकर सियासत गरमा गई है। जहां एक और भाजपा सुरक्षा बलों के जवानों द्वारा की गई कार्रवाई को उचित ठहरा रही है , वहीं दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस इसे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा रची गई साजिस करार दे रही है। तृणमूल का दावा है कि सीआईएसएफ के जवानों की फायरिंग से जिन लोगों की मौत हुई वे तृणमूल समर्थक थे।
कूच बिहार हिंसा के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दलीप घोष और भाजपा नेता राहुल सिन्हा के विवादित बयान से देश और राज्य की राजनीति में घमासान जारी है। दरअसल ,बंगाल में दस अप्रैल को चौथे चरण के मतदान के दौरान हुई हिंसक झड़प में पांच लोगों की मौत हो गई। इस दौरान कूचबिहार में हुई चुनावी हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की जानें चली गई। सबसे पहले बूथ नंबर 285 में मतदान केंद्र के बाहर बम फेंके गए और गोलीबारी हुई। इसमें वोट डालने आए एक युवक की मौत हो गई।
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इसके बाद सितालकुची में बूथ नंबर 126 में भीड़ ने CISF के जवानों पर धावा बोल दिया। सेल्फ डिफेंस में फोर्स को फायरिंग करनी पड़ी। इसमें चार लोगों की मौत हो गई जबकि चार अन्य घायल हो गए। इन घटनाओं के बाद चुनाव आयोग ने जिले में किसी भी पार्टी के नेताओं के आने पर रोक लगा दी थी । चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान केंद्र पर लाइन में खड़े मतदाताओं और वोटिंग करा रहे कर्मचारियों की जान बचाने के लिए CISF के जवानों के लिए फायरिंग करना जरूरी हो गया था। भीड़ ने जवानों के हथियार भी छीनने की कोशिश की थी। बता दें कि शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 350-400 लोगों की भीड़ ने केंद्रीय बलों को घेर लिया, जिसके बाद उन्होंने ‘आत्मरक्षा’ में गोली चलाई थी।
इस घटना के बाद बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस की तरफ से लगातर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस मुद्दे पर बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने अपने विवादित बयान में कहा है कि सीआईएसएफ को चार नहीं आठ लोगों को गोली मारनी चाहिए थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि अगर केंद्रीय बलों को ठीक लगा तो वे धांधली के प्रयास को नाकाम करने के लिए चार से ज्यादा लोगों को मारेंगे। उन्होंने एक रैली में कहा कि केंद्रीय बलों को कारण बताओ नोटिस भेजना चाहिए कि उन्होंने सिर्फ 4 को क्यों मारा? उन्हें 8 लोगों को मारना चाहिए था। यहां के गुंडे लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार छीनना चाहते हैं। केंद्रीय बलों ने सही जवाब दिया।अगर फिर से ऐसा हुआ तो वो उसका जवाब देंगे।
इससे पहले कूचबिहार हिंसा पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी आपत्तिजनक बयान दिया था कि अगर शरारती लड़के, जिन्हें सीतलकूची में गोलियां पड़ी, कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेंगे तो ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।
ममता बनर्जी
नदिया जिले के राणाघाट में एक जनसभा में कहा कि अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी जानकारी में कूच बिहार की हत्या की साजिश रची, तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि मारे गए लोग सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के समर्थक थे।