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अमित शाह पर बरसे विजयन 

केरल में  विधानसभा चुनाव के लिए  अब कुछ ही दिन बाकी हैं। चुनावी रैलियों में आरोप -प्रत्यारोप की राजनीति से राज्य की सियासत गरमा गई है।राज्य  के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कल आठ मार्च  को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘सांप्रदायिकता का मूर्त रूप’ बताया है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा  नेता कथित ‘अपहरण और फर्जी मुठभेड़’ के अपराध में जेल गए थे। विजयन ने सोहराबुद्दीन शेख मामले का संदर्भ देते हुए यह कहा एक दिन पहले शाह ने रैली में सोना और डॉलर तस्करी के मामले में विजयन से कुछ सवाल किए थे। इस पर वाम दल के नेता ने केंद्रीय मंत्री पर पलटवार करते हुए उनसे सवाल किया, “फर्जी मुठभेड़ और अपहरण” के मामले के आरोप पत्र में किसका नाम था?’’

विजयन ने आरोप लगाया, “अमित शाह सांप्रदायिकता के मूर्त रूप हैं। वह सांप्रदायिकता को बढ़ाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।  भले ही वह मंत्री बन गए हों, लेकिन उनमें बहुत बदलाव नहीं आया है। सांप्रदायिकता का प्रचार करने वाले आरएसएस के नेता यहां हमें धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाने आए हैं। शाह ने मुझसे कुछ सवाल किए थे।  मैं उन्हें याद दिलाना चाहूंगा  कि मैं वह व्यक्ति नहीं हूं, जो अपहरण के लिए जेल गया था।  क्या अमित शाह को याद है कि फर्जी मुठभेड़ मामले के आरोपपत्र में किसका नाम था, जो गिरफ्तार हुआ था और जेल गया था?’’

दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को भाजपानीत राजग सरकार का राजनीतिक उपकरण बताने को लेकर  रविवार सात मार्च को  केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन  पर पलटवार किया था।  उन्होंने विजयन से यह स्पष्ट करने को कहा कि सोने और डॉलर की तस्करी की मुख्य आरोपी उनके कार्यालय में काम करती थी या नहीं ? तिरुवनंतपुरम के षनगुमुगम बीच पर भाजपा की ‘विजय यात्रा’ के समापन के मौके पर शाह ने यह भी जानना चाहा कि क्या मुख्यमंत्री कार्यालय ने मामले में सीमा शुल्क अधिकारियों को प्रभावित करने की कोशिश की। उन्होंने मामलों के सिलसिले में गिरफ्तार स्वप्न सुरेश की ओर इशारा करते हुए सवाल किया कि  मुख्यमंत्री का आरोप है कि केंद्रीय एजेंसियां राजनीतिक उपकरण भाजपा नीत राजग सरकार के रूप में काम कर रही हैं।

सुरेश को केरल स्टेट इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के तहत स्पेस पार्क परियोजना में तब एक पद से हटा दिया गया था, जब उसका नाम पिछले साल राजनयिक चैनल के माध्यम से सोने की तस्करी के सिलसिले में सामने आया था।  सोने की तस्करी के मामले की जांच करने वाले सीमा शुल्क विभाग द्वारा यह दावा किए जाने के एक दिन बाद सुरेश ने डॉलर की ‘तस्करी’ के मामले में उनके और अन्य लोगों के खिलाफ ‘‘चौंकाने वाले रहस्योद्घाटन’’ किए हैं, विजयन ने शनिवार छह मार्च  को एजेंसी पर निशाना साधा और कहा कि वह मामले के संबंध में राज्य कैबिनेट के सदस्यों को ‘‘बदनाम’’ करने की कोशिश कर रही है।

विजयन ने आरोप लगाया था कि जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राज्य में भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रचार करने के लिए किया जा रहा है जहां छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव होने वाला है।  शाह ने यह भी कहा कि केरल को विकास, साक्षरता और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता था, लेकिन ‘‘सत्तारूढ़ एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ के बारी-बारी से सत्ता में आने का परिणाम यह हुआ है कि राज्य राजनीतिक हिंसा का एक मंच बन गया है।

अब भी इंसाफ के इंतजार में न्यायाधीश का परिवार

सोहराबुद्दीन शेख, उनकी पत्नी कौसर बी और तुलसी राम प्रजापति की मौत का हवाला देते हुए विजयन ने आरोप लगाया कि ये सभी फर्जी मुठभेड़ के मामले थे।  इन अपराधों के लिए किस पर आरोप लगा था? उसका नाम है अमित शाह।  उन्होंने दावा किया कि इन मामलों की सुनवाई कर रही सीबीआई अदालत के न्यायाधीश बी एच लोया की रहस्मय परिस्थितियों में मौत हुई थी।  विजयन ने कन्नूर जिले के धर्मादम में एक चुनावी रैली में कहा, “पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कथित रूप से छेड़छाड़ की गई।  न्यायाधीश का परिवार अब भी इंसाफ के इंतजार में है।  क्या भाजपा का कोई नेता इस बारे में बात करेगा? हम सब 2013 के जासूसी मामले के बारे में जानते हैं।  बाद में शिकायतकर्ता महिला ने अपना मामला वापस ले लिया था।

मुख्यमंत्री ने कहा, इन मामलों में कौन जेल गया था? जिस पद पर आप बैठे हैं, उसके मुताबिक काम नहीं करेंगे तो हम आपके कथित गलत काम को सामने लाने को मजबूर हो जाएंगे।  वह व्यक्ति हत्या, अपहरण, वसूली और गैरकानूनी निगरानी कराने का आरोपी था और एक रहस्यम मौत पर क्या वह अपने अनुभव से बोल रहे हैं?”

वह सोहराबुद्दीन शेख ‘फर्जी मुठभेड़’ मामले का हवाला दे रहे थे, जिसमें शाह को जुलाई 2010 में गिरफ्तार किया गया था।  शाह ने गुजरात के गृह मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया था, हालांकि दिसंबर 2014 में सीबीआई की एक अदालत ने उन्हें मामले में आरोप मुक्त कर दिया था। विजयन ने 2002 के गुजरात दंगों को ‘नरसंहार’ बताया और शाह के बेटे और बीसीसीआई सचिव जय शाह पर भी निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने यह भी पूछा कि भाजपा के केंद्र की सत्ता में आने के बाद तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे से सोने की तस्करी की घटनाओं में कैसे बढ़ोतरी हो रही है? जबकि यह हवाई अड्डा केंद्र सरकार के तहत आता है।

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