पीएमसी बैंक खाताधारकों के लिए आरबीआई द्वारा जारी आदेश के बाद से लोगों का प्रदर्शन लगातार जारी हैं। आदेश के मुताबिक बैंक से खाताधारक 40,000 रुपये से अधिक नहीं निकाल सकते हैं। पीएमसी घोटाले के बाद इसका सबसे ज्यादा भार आम लोगों पर पड़ा है। उधर इसके 5 आरोपी सलाखों के पीछे है। लेकिन इससे न तो लोगों को फर्क पड़ा न ही उनका दर्द कम हुआ है लोगों को सिर्फ अपनी जमा पूंजी से मतलब है। ये बात उनकी सही भी है क्योंकि जीवन भर की कमाई का इस तरह से पानी फिरना कहि न कहि जिंदगी पर ब्रेक लगना है।
घाटकोपर इलाके के रहने वाले 34 साल के रमेश गुप्ता को पैसे की सख्त जरूरत है।क्योंकि इनके पिता को हार्ट अटैक आया है और डॉक्टर ने सर्जरी कराने को कहा है ,लेकिन रमेश के पास पैसे नहीं है रमेश ओला-उबर की टैक्सी चलाकर घर चलाते हैं और ओला उबर एप का खाता सीधे पीएमसी बैंक से जुड़ा है। एक अन्य खाता धारक अनिल तिवारी का भी यही दर्द है।आंखों में आंसू हैं क्योंकि भाई का इलाज कराना है। लेकिन बैंक में जमा पूंजी फंस गई है। अनिल के मुताबिक उनके भाई की किडनी फेल हो चुकी है। लेकिन पैसे नहीं है।
54 साल के दीपक की 8 दिसंबर को बेटी की शादी होनी है।लेकिन पीएमसी बैंक घोटाला ने पूरे परिवार को चिन्ता में डाल दिया है। दीपक ने शादी की पूरी तैयारियां कर ली थी। लेकिन अब पैसे चुकाने की मुश्किल है। दीपक हाल ही में रिटायर हुए हैं। इनका 35 लाख रुपया बैंक में जमा है। लेकिन अब अपने पैसे के लिए भी बैंक के चक्कर लगाने की मजबूर है।हालांकि इस बीच घोटाले के आरोपी रियल एस्टेट समूह एचडीआईएल के प्रमोटरों राकेश और सारंग वधावन ने आरबीआई और जांच एजेंसियों से पीएमसी बैंक का बकाया चुकाने के लिए अपनी संपत्तियां बेचने का अनुरोध किया है। ये दोनों पीएमसी बैंक घोटाले में मुख्य आरोपी हैं उधर एचडीआईएल के मालिक का भी कहना मेरी संपत्ति बेच दो।