ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार कई योजनाओं को लागू कर रही है। इसी कड़ी में गोबर से बने वैदिक पेंट को जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी जानकारी दी। वैदिक पेंट का उत्पादन खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए लागू की जा रही है।
नितिन गडकरी ने ट्वीट कर वैदिक पेंट बॉक्स के डिजाइन को भी साझा किया। वैदिक पेंट्स को ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और किसानों को अतिरिक्त आय के स्रोत प्रदान करने के लिए जल्द ही खादी और ग्रामोद्योग आयोग के माध्यम से बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा। वैदिक पेंट दो प्रकारों में उपलब्ध होगा, डिस्टेंपर और इमल्शन। यह पेंट पर्यावरण के अनुकूल, गैर विषैले, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और धो सकते हैं। एक बार पेंट करने के बाद, पेंट सिर्फ 4 घंटे में सूख जाता है। इसके अलावा, वैदिक पेंट किसानों की वार्षिक आय में वृद्धि कर सकता है, जो पशुधन को लगभग 55 हजार रुपये में बेचते हैं।”
ग्रामीण इकोनॉमी को बल मिले और किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो इसलिए Khadi and Village Industries Commission के माध्यम से हम जल्द ही गाय के गोबर से बना ‘वैदिक पेन्ट' लॅान्च करने वाले हैं। @ChairmanKvic pic.twitter.com/zhQpa3Es5i
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 17, 2020
देश में खादी उत्पादों की बिक्री पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी है। प्रधानमंत्री के ‘लोकल फॉर वोकल’ के नारे के बाद से, ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना के तहत स्वदेशी सामान खरीदने के लिए कई लोगों के बीच रुझान बढ़ गया है। इससे कई ग्रामीण, छोटे और बड़े उद्यमी लाभान्वित हो रहे हैं।