अगर कहा जाए कि उत्तर प्रदेश इन दिनों अपराधियों की कब्रगाह बना हुआ है तो गलत नहीं होगा, क्योंकि योगी की पुलिस ने तय कर लिया है कि बदमाश अगर अपराध का रास्ता नहीं छोड़ेंगे तो उनका सामना पुलिस की गोलियों से होना तय है । बहरहाल यूपी पुलिस ने पिछले ढाई साल में 4000 एनकाउंटर करके अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं ।
यूपी पुलिस लगातार एनकाउंटर कर रही है। अब तो हाल ये है कि अपराधी थानों में पहुंच कर खुद सरेंडर कर रहे हैं और खुद ही जेल की सलाखों के पीछे जाना कुबूल कर रहे हैं। बीती रात पुलिस ने वाराणसी, बुलंदशहर और मेरठ में कई इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है।

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र धर्मनगरी वाराणसी में बीती रात पुलिस की गोली जमकर बोली है। वाराणसी में लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं को देखते हुए पुलिस अपराधियों पर शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
बुलंदशहर में भी पुलिसिया कार्रवाई के दौरान बदमाशों ने हथियार डाल दिए है। ट्रक लूटकर जा रहे बदमाशों से हुई मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनामी बदमाश शफीक पर एक दर्जन संगीन मामले दर्ज बताये जा रहे हैं। वही अगर बात करे मेरठ की तो पुलिस बदमाशों के सफाई अभियान में जुट गई है।

इतना ही नहीं किठौर थाना क्षेत्र के माछरा रोड पर पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 25 हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाश पर कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। आपको बता दे कि 19 सितंबर को यूपी सरकार के ढ़ाई साल पूरे होने जा रहे हैं।
ढ़ाई सालों के लेखा-जोखा को देखा जाए तो अब तक यूपी में 4000 से ज्यादा एनकाउंटर हो चुके हैं। साथ ही कई अपराधी या तो मारे जा चुके हैं या फिर जेल की हवा खा रहे हैं।