संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में समुद्रीय जलस्तर को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट ने भारत में बढ़ते खतरे को लेकर सबको चिंता में डाल दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर जलवायु परिवर्तन का वर्तमान रुझान ऐसे ही बना रहा तो समुद्र का स्तर एक मीटर तक बढ़ सकता है और लाखों लोगों को 2100 तक पलायन करना पड़ सकता है।
भारत के लिए यह रिपोर्ट काफी चिंताजनक है, क्योंकि आशंका जताई जा रही है कि समुद्र का जलस्तर बढ़ने से अंडमान निकोबार पानी में समा जाएगा। वहां बढ़ते जलस्तर के कारण आबादी का रहना मुश्किल हो जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, यदि जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित नहीं किया गया तो समुद्र के जलस्तर में 30 से 60 सेमी के बीच में बढ़ोतरी होगी और वैश्विक तापमान पूर्व औद्योगिक स्तर से 2 डिग्री सेल्सियस ऊपर हो जाएगा। बताया जा रहा है कि वैश्विक तापमान से निपटने में विफल रहने पर समुद्र स्तर 110 सेमी तक बढ़ सकता है।
आपको बता दें कि, इस रिपोर्ट पर 36 देशों के 100 से ज्यादा लेखकों ने शोध किया है और 7000 से ज्यादा वैज्ञानिक प्रकाशन इसके स्रोत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण अंडमान और निकोबार जैसे द्वीप समुद्र के स्तर में हो रही वृद्धि और चक्रवात जैसी घटनाओं में वृद्धि के कारण कुछ वर्षों बाद रहने लायक नहीं बचेंगे। अंडमान और निकोबार, मालदीव जैसे द्वीपों को खाली करना होगा। वहीं, महासागरों के गर्म होने से भारत में चक्रवात जैसी जलवायु घटनाओं की गंभीरता बढ़ जाएगी।