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भारत में कम हुई बेरोजगारी :सीएमआईई

आम बजट पेश होने के बाद मोदी सरकार के लिए राहत भरी खबर सामने आ रही है। जनवरी के महीने में देश में बेरोजगारी दर में गिरावट आई है। यह पिछले चार महीनों में सबसे कम दर है। दरअसल ये जानकारी सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) ने दी है। बढ़ती बेरोजगारी को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार की आलोचना करता रहा है। इससे पहले भी सरकार सीएमआईई के आंकड़ों से हैरान थी। साल 2022 में अगस्त और दिसंबर में बेरोजगारी दर चरम पर रही। अब कहा जा रहा है कि मोदी सरकार ने साल की शुरुआत अच्छी की है क्योंकि साल के पहले महीने में बेरोजगारी दर में कमी आई है।

गैर सरकारी संगठन सीएमआईई के मुताबिक, जनवरी 2023 में महंगाई दर 7.14 फीसदी पर पहुंच गई है। इससे पहले दिसंबर 2022 में बेरोजगारी दर 8.30 फीसदी थी। सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी महीने में बेरोजगारी दर 8.55 फीसदी है, जबकि ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी दर 6.43 फीसदी है।

किस राज्य में कितनी बेरोजगारी?

भारत के किस राज्य में कितनी बेरोजगारी है। रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी गई है। जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी की दर सबसे अधिक है। वहां बेरोजगारी दर 21.8 फीसदी है। हरियाणा में 21.7 फीसदी और राजस्थान में 21.1 फीसदी बेरोजगारी है। दिल्ली में बेरोजगारी दर 16.7 प्रतिशत, गोवा में 16.2 प्रतिशत, असम में 16.1 प्रतिशत और त्रिपुरा में 16 प्रतिशत है।

छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर सबसे कम है। वहां बेरोजगारी दर 0.5 फीसदी है। यह ओडिशा में 1.5 प्रतिशत, तमिलनाडु में 1.8 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में 1.9 प्रतिशत है।

महाराष्ट्र में कितनी बेरोजगारी?

महाराष्ट्र में बेरोजगारी दर 5.5 फीसदी है। हालांकि यह दर उत्तरी राज्यों की तुलना में कम है, राज्य में महाराष्ट्र के पड़ोसी गुजरात और कर्नाटक की तुलना में अधिक बेरोजगारी है। गुजरात में बेरोजगारी दर 2.4 प्रतिशत है जबकि कर्नाटक में यह 3.4 प्रतिशत है। महाराष्ट्र की बात करें तो जनवरी का रेट पिछले साल के मुकाबले सबसे ज्यादा है। पिछली तिमाही में महाराष्ट्र में बेरोजगारी दर चार फीसदी से ऊपर नहीं गई। लेकिन 2023 के पहले महीने में बेरोजगारी की तस्वीर देखने को मिल रही है।

टीमलीज सर्विसेज की सह-संस्थापक और कार्यकारी उपाध्यक्ष रितुपर्णा चक्रवर्ती ने इन आंकड़ों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ”इन आंकड़ों से यह नहीं कहा जा सकता कि पिछले कुछ महीनों में रोजगार की स्थिति में सुधार हुआ है। हम अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। हर साल दो करोड़ नए लोग रोजगार के लिए तैयार होते हैं। इसलिए रोजगार की संख्या बढ़ानी होगी।

सीआईईएल एचआर सर्विसेज के प्रबंध निदेशक आदित्य मिश्रा ने कहा कि यह खुशी की बात है कि पिछले तीन महीनों की तुलना में जनवरी में बेरोजगारी दर कम रही। साथ ही साल की अच्छी शुरुआत। अतीत में विभिन्न आर्थिक कारणों और भू-राजनीतिक घटनाओं के कारण बेरोजगारी दर में उतार-चढ़ाव हो रहा है। पिछले छह महीनों में आईटी, प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप को नुकसान हुआ है। यह आशा करना जायज है कि 2023 में अधिक नौकरियां सृजित होंगी।

बजट 2023 कृषि, प्रौद्योगिकी, शिक्षा, पर्यटन, बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य सेवा, वित्तीय सेवाओं और एमएसएमई क्षेत्रों में रोजगार सृजन पर केंद्रित है। मिश्रा ने यह भी कहा कि इससे अगले कुछ महीनों में बेरोजगारी दर को और कम करने में मदद मिलेगी।

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