राजनीतिक चाचा के रूप में चर्चित शिवपाल यादव का नाम उत्तर प्रदेश से आता है। शिवपाल सिंह यादव पांच साल पहले खूब चर्चाओं में रहे। चर्चाओं में रहने का कारण समाजवादी पार्टी का दो फाड होना था। समाजवादी पार्टी को तोड़कर अलग गुट बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव मुलायम सिंह यादव के भाई हैं। उनके बेटे और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से चाचा शिवपाल के अलग होने से पार्टी की टूट तो हुई साथ ही परिवार की एकता खंडित हो गई ।
कुछ इसी तरह का मामला बिहार में सामने आ रहा है । यहां भी पासवान परिवार में फूट पड़ चुकी है। जिसका नुकसान पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे लोकजन शक्ति ( एलजेपी ) पार्टी के दिवंगत नेता रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान को उठाना पड़ रहा है। बिहार में फिलहाल लोक जनशक्ति पार्टी में बगावत हो गई है । बगावत जिनके नेतृत्व में हुई है वह दिवंगत नेता रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस है।
फिलहाल, लोक जनशक्ति पार्टी टूट के बहुत करीब पहुंच चुकी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही उसके पांच सांसद अलग गुट बनाकर जेडीयू में शामिल हो सकते हैं। लोक जनशक्ति पार्टी में बगावत का यह ज्वाला अंदर ही अंदर कई महीनों से धधक रहा था ।

लेकिन कल यह खुली बगावत में परिवर्तित हो गया । जब पार्टी के 6 सांसदों में से पांच ने पार्टी के लोकसभा संसदीय दल के नेता चिराग पासवान को इस पद से हटाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा। लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने के साथ ही यह तय हो गया था कि अब पांचों सांसद अलग गुट बनाकर किसी दूसरी पार्टी में चले जाएंगे।
लोक जनशक्ति पार्टी में यह फूट पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पड़ी। तब लोक जनशक्ति पार्टी को उम्मीद थी कि पार्टी के बहुत से विधायक जीतकर आएंगे। लेकिन चिराग पासवान बहुत कोशिश करने के बावजूद भी अपनी पार्टी का एक विधायक जीता पाए । इसके बाद लोक जनशक्ति पार्टी के नेताओं ने चिराग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

बताया जा रहा है कि उस दौरान तो इस मामले को थाम लिया गया था। लेकिन अब एक बार फिर लोक जनशक्ति पार्टी में फूट पड़ गई। पार्टी के हाजीपुर से सांसद पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में प्रिंस पासवान, वीणा सिंह, चंदन कुमार , महबूब अली केसर आदि सभी पांचों सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर कह दिया कि उन्हें अलग गुट के रूप में मान्यता मिले ।
आज शाम 5 बजे पांचो सांसद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। जिसमें वह आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि शाम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह अपना अलग दल बनाने की घोषणा करेंगे। इसके साथ यह भी तय माना जा रहा है कि वह जेडीयू में चले जाएंगे