कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। लेकिन दूसरी तरफ लोग लगातार लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसा सिर्फ आम लोग ही नहीं बल्कि नेताओं द्वारा भी किया जा रहा है। आज ऐसा ही मामला तेलंगाना से सामने आया। तेलंगाना के दो मंत्री लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते मंदिर पहुंचे और पूजा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने ऐसा रामनवमी समारोह के दौरान किया।
Telangana: State Ministers Allola Indrakaran Reddy and Puvvada Ajay Kumar participated in Rama Navami celebrations held today at Sri Sita Ramachandra Swamy Temple in Bhadrachalam. pic.twitter.com/KCysbfAFNw
— ANI (@ANI) April 2, 2020
न्यूज एजेंसी एएनआई ने खबर दी है कि भद्रचलम के श्री सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर में आज आयोजित रामनवमी समारोह के अवसर पर एक समारोह आयोजित हुआ था जहां तेलंगाना राज्य के मंत्री अल्ला इन्द्रकरण रेड्डी और पुर्वदा अजय कुमार ने भाग लिया। दोनों मंत्रियों के साथ उनकी पत्नियां भी थी। नेताओं को लॉकडाउन होने के बावजूद अपनी पत्नियों के साथ रामनवमी समारोह के दौरान देखा गया।
दोनों ही मंत्रियों की तस्वीर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल शुरू हो गया है। लोग लॉकडाउन के दौरान जनता प्रतिनिधियों का इस तरह से कानून का उल्लघंन करने की आलोचना कर रहे हैं। हैरान करने वाली बात है कि राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव लगातार जनता से लॉकडाउन में अपने-अपने घरों के अंदर रहने की अपील कर रहे हैं। लेकिन उसके ही मंत्री लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उससे भी बड़ी बात ये कि इस संकट की घड़ी में सैकड़ों लोग रामनवमी समारोह में पहुंचे थे।
गौरतलब है कि तेलंगाना में सोमवार को कोरोना संक्रमण के कारण 6 लोगों के मौत का खुलासा हुआ था। तेलंगाना मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, इन सभी ने 13 से 15 मार्च के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तब्लीगी जमात समारोह में हिस्सा लिया था।
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 376 नए मामले देश में सामने आए। इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 1,637 हो गई है। जबकि अब तक 55 लोगों इससे हो चुकी है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने मरने वालों की संख्या 38 बताया है। वहीं विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की ओर से घोषित किए गए आंकड़ों में संक्रमितों की कुल संख्या 1965 और 55 मौतों की बात कही गई है।
मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि तब्लीगी जमात के कार्यक्रम के कारण मामलों में काफी वृद्धि हुई है। अधिकारियों ने कोरोना वायरस मामलों की संख्या में उछाल का मुख्य वजह तब्लीगी जमात को बताया है। अधिकारियों के अनुसार, मरकज में भाग लेने वाले 5,000 से अधिक लोगों की पहचान करने के बाद उन्हें विभिन्न राज्यों के अस्पतालों में रखा गया है। जबकि गुजरात, तमिलनाडु और तेलंगाना सहित विभिन्न राज्यों में 2,000 अन्य का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। विदेशियों के साथ-साथ इस सूची में उन लोगों को भी शामिल किया गया है जिन्हें दिल्ली से उनके मूल स्थानों पर लौटना बाकी है।