कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम का चलन कुछ कंपनियों को इतना पसंद आ रहा है कि वह हमेशा इसी तरह काम करने को लेकर विचार करने लगी हैं। इसी बीच ट्विटर ने अपने कर्मचारियों को एक बहुत बड़ी खुशखबरी दी है। मंगलवार को ट्विटर ने कहा कि वह सितंबर से पहले अपने ऑफिस नहीं खोलेगा।
इसके साथ ही ट्विटर ने एक और बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस के खत्म होने के बाद भी उसके ज्यादातर कर्मचारी हमेशा के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ मतलब घर से ही काम करेंगे। अमेरिका के सैनफ्रांसिस्को में स्थित एक कंपनी की ओर से कहा गया कि महामारी को देखते हुए मार्च के महीने से ही घर से काम करने की व्यवस्था देने वाली वह पहली कंपनियों में शामिल थी। इसके साथ ही कंपनी ने यह भी कहा कि उसकी यह पॉलिसी आगे भी जारी रहने वाली है।
ट्विटर के प्रवक्ता कहते है, “हम तुरंत हरकत में आए और हमने कर्मचारियों को घर से काम करने की मंजूरी दे दी। हमने हमेशा से विकेंद्रीकरण पर ज्यादा जोर दिया है तो साथ ही कहीं से भी काम करने में सक्षम कार्यबल को सहयोग दिया है।” ट्विटर ने आगे कहा है, “पिछले ही महीनों में साबित हो गया है कि हम ऐसा कर सकते हैं। अगर हमारे कर्मचारी ऐसी स्थिति में हैं कि वे घर से ही काम कर सकते हैं और वे हमेशा के लिए ऐसा करना चाहते हैं तो हम ऐसा ही होने भी देंगे।”
ट्विटर ने यह भी कहा कि यदि परिस्थितियों ने इजाजत दी तो वह अपने किसी भी ऑफिस को बिलकुल सावधानी और सतर्कता से धीरे-धीरे करके तथा एक-एक करके खोलेगा ट्विटर के प्रवक्ता अनुसार, “दफ्तरों को कब खोलना है यह हमारा खुद का फैसला होगा। यदि हमारे कर्मचारी वापस आएंगे तो हम वहां पर होंगे। कुछ अपवादों को छोड़ दिया जाए तो सितम्बर से पहले तो दफ्तर बिल्कुल नहीं खुलेंगे। जब हम ऑफिस खोलने का फैसला करेंगे तब वह पहले जैसा नहीं होगा।”
गौरतलब है कि गूगल और फेसबुक पहले ही यह ऐलान कर चुके हैं कि इस साल के आखिर तक उसके ज्यादातर कर्मचारी घर से ही काम करेंगे। कोरोना महामारी के शुरूआती दौर में ही गूगल और फेसबुक ने अपने अधिकतर कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने को कह दिया था। इन्फोसिस और एचसीएल जैसी भारतीय कंपनियां भी वर्क फ्रॉम होम के तहत काम कर रही हैं।