प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि आगरा, वाराणसी, पुणे और अन्य सहित पहले 22 शहरों को स्मार्ट सिटीज मिशन के तहत मार्च 2023 तक बनाए जाने की उम्मीद है। केंद्र ने कहा कि नए स्मार्ट मिशन शहर में रहने वाले लोगों के लिए सुविधाजनक और टिकाऊ वातावरण तैयार करेगा। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के मुताबिक, स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शेष 78 शहरों को अगले 3-4 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले महीने तक जिन 22 शहरों को इस मिशन में शामिल किया जाएगा उनमें भोपाल, इंदौर, आगरा, वाराणसी, भुवनेश्वर, चेन्नई, कोयम्बटूर, इरोड, रांची, सलेम, सूरत, उदयपुर, विशाखापत्तनम, अहमदाबाद, काकीनाडा, पुणे शामिल हैं। इसके अलावा वेल्लोर, पिंपरी-चिंचवाड़, मदुरै, अमरावती, तिरुचिरापल्ली और तंजावुर भी हैं। शहरी मामलों के मंत्रालय के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि हम मार्च तक 22 स्मार्ट शहरों को पूरा कर लेंगे क्योंकि इन शहरों में परियोजनाएं अंतिम चरण में हैं। अगले तीन-चार महीनों में हम बाकी शहरों में प्रोजेक्ट का काम पूरा कर लेंगे।
स्मार्ट सिटी में क्या होगा ‘स्मार्ट’
-पर्याप्त पानी की आपूर्ति उपलब्ध होगी
-बिजली आपूर्ति
-ठोस वेस्ट मैनेजमेंट सहित स्वच्छ वातावरण
– कुशल शहरी गतिशीलता और सार्वजनिक परिवहन की सुविधा
-किफायती आवास
-बेहतर कनेक्टिविटी और डिजटिलीकरण
-सुशासन
-टिकाऊ पर्यावरण
-नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षा, विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों की सुरक्षा
-स्वास्थ्य और शिक्षा की सब तक सहज पहुंच
दरअसल, साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7.2 लाख करोड़ रुपये के बजट के साथ स्मार्ट सिटी मिशन का शुभारंभ किया था। केंद्र के इस कार्यक्रम के तहत कुल 100 शहरों का चयन किया गया है जो अधिक अनुकूल और टिकाऊ बनेंगे।
जनवरी 2016 और जून 2018 के बीच आयोजित प्रतियोगिता के चार दौरों के आधार पर केंद्र के स्मार्ट सिटीज मिशन का हिस्सा बनने वाले 100 शहरों को पुनर्विकास के लिए चुना गया था। अब इनमें से कई शहरों का पुनर्विकास किया गया है।
मंत्रालय के अनुसार, मिशन का उद्देश्य उन शहरों को बढ़ावा देना है जो अपने नागरिकों को बुनियादी ढांचा और जीवन की गुणवत्ता, एक स्वच्छ और टिकाऊ वातावरण प्रदान करते हैं, इसके अलावा कई “स्मार्ट समाधान” अपनाते हैं।
केंद्र का मानना है कि इन शहरों में पुनर्विकास और ठहराव का इन ‘स्मार्ट शहरों’ के आसपास के शहरों और पड़ोस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत चुने गए कुछ अन्य शहरों में दिल्ली, देहरादून, रांची, चंडीगढ़ और श्रीनगर शामिल हैं।