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निर्भया केस: आज हो सकता है फांसी का एलान  

निर्भया केस: आज हो सकता है फांसी का एलान  

निर्भया के गुनहगारों की फांसी को लेकर तारीख का एलान आज हो सकता है। जेल प्रशासन की तैयारियों को देखकर ऐसा लगता है कि उनकी ओर से फांसी की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, देरी है तो बस अदालत से आदेश आने की, जो आज आ सकता है।

सूत्रों के अनुसार, तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों दोषियों को एक साथ फांसी देने का इंतजाम भी कर लिया है। तिहाड़ जेल में करीब 25 लाख रुपये की लागत से एक नया तख्ता तैयार किया गया है।

इससे लगता है कि चारों दोषियों को एक साथ फांसी हो सकती है। ज्ञात हो कि तिहाड़ जेल प्रशासन पहले भी चारों दोषियों को एक साथ ही फांसी देने की बात कह चुका है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया के दोषी अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी थी। तब अदालत ने कहा था कि हम बिना किसी दबाव के यह फैसला सुना रहे हैं। अक्षय की पुनर्विचार याचिका में कोई नए तथ्य नहीं है इसलिए यह याचिका खारिज की जाती है।

इस फैसले के बाद निर्भया की मां ने कहा कि वह बहुत खुश हैं। साथ ही उन्होंने मीडिया व देश का भी शुक्रिया अदा किया कि उनके इस सफर में सबने उनका साथ दिया।

वहीं दोषी के वकील एपी सिंह ने फैसले पर कहा कि हमारे केस में हमने जो तथ्य रखे वो सभी नए हैं लेकिन अदालत ने इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा था कि कई बार जनभावना के आधार पर फैसला आता है वहीं निर्भया मामले में भी हुआ है।

साल 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले के चारों दोषियों की फांसी की सजा को बरकरार रखा था। इसके बाद विनय, पवन और मुकेश ने पुनर्विचार याचिकाएं दायर की थी। लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था।

उस वक्त अक्षय ने पुनर्विचार याचिका दायर नहीं की थी। गत 10 दिसंबर को अक्षय ने पुनर्विचार याचिका दायर की थी। अक्षय ने अपनी याचिका में कहा था कि दिल्ली में प्रदूषण के कारण वैसे ही लोगों की उम्र कम हो रही है ऐसे में फांसी की जरूरत नहीं है।

मालूम हो कि निर्भया की मां ने भी अक्षय की पुनर्विचार याचिका के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। उसके बाद निर्भया के दोषियों को डेथ वारंट जारी करने की सुनवाई को पटियाला हाउस कोर्ट ने टाल दिया था।

अब इस मामले की  सुनवाई आज यानी सात जनवरी को होगी। कोर्ट जैसे ही इस मामले के दोषियों को लेकर ब्लैक वारंट यानी मौत के पैगाम जारी करेगा वैसे ही ये आरोपी फांसी पर लटका दिए जाएंगे।

निर्भया केस में ब्लैक वारंट जारी होते ही आजादी के बाद भारत में फांसी पाने वाले ये 58वें, 59वें, 60वें और 61वें दोषी होंगे। आखिरी बार फांसी 1993 के बम धमाके में दोषी याकूब मेमन को 2015 में दी गई थी।

जेल प्रशासन के सुझाव और तैयारियों को देखकर अदालत फांसी की तारीख और वक्त मुकर्रर करेगी जिसे आम भाषा में ब्लैक वारंट कहा जाता है। ब्लैक वारंट जारी होते ही जेल प्रशासन जल्लाद के इंतजाम में जुट जाएगी।

इससे पहले कसाब, अफजल गुरू और याकूब मेमन को फांसी किसी पेशेवर जल्लाद ने नहीं, बल्कि जेल के कर्मचारी ने दी थी।

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