वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी कैबिनेट के दूसरे कार्यकाल का बजट पेश कर रही हैं । केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगभग 11 बजे संसद में अपना 2020-2021 भाषण शुरू किया।
उम्मीद की जा रही कि बजट में लोगों के जेब में खर्च के लिए अधिक पैसा बचे इसके लिए इस बार आयकर में कटौती, ग्रामीण और कृषि क्षेत्र को अधिक बढ़ावा और ढांचागत क्षेत्र की परियोजनाओं के लिए सरकार इस बार खजाना खोल सकती है।
यह कयास लगाया जा रहा है कि व्यक्तिगत आयकर दरों में भी कटौती की जा सकती है। इसमें छूट की न्यूनतम सीमा को ढाई लाख रुपए से बढ़ाकर पांच लाख रुपए किया जा सकता है। व्यक्तिगत आयकर स्लैब में बदलाव के साथ ही ऊंची आय वालों के लिए एक नया स्लैब बजट में रखा जा सकता है। बजट में सबसे ज्यादा नजरें आयकर स्लैब में कमी होने पर टिकी हैं।
वहीं वेतनभोगी करदाताओं को भी उम्मीद है कि टैक्स स्लैब और कर दर में कमी कर वित्त मंत्री मीडिल क्लास को राहत दे सकती हैं। पिछले साल ही डायरेक्ट टैक्स कोड पर बनी कमेटी ने सरकार से इस तरह की सिफारिश की थी कि आयकर स्लैब में बदलाव किया जाए। इस टास्क फोर्स का खास फोकस मिडिल क्लास पर है। कमेटी ने सिफारिश की थी कि टैक्स छूट की सीमा बढ़ाकर 6.25 लाख रुपए किया जाना चाहिए। वर्त्तमान में पांच लाख रुपए तक की कमाई टैक्स फ्री है।
गौरतलब है कि बजट ऐसे समय में पेश किया जा रहा है जब देश अर्थव्यस्था सुस्ती में दौर से गुजर रहा है। इस साल वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह दर 11 साल में सबसे निचली दर होंगी। वैश्विक स्तर पर और घेरलू स्तर पर सरकार के सामने इस बार के बजट को पेश करने की कई चुनौतियां है।