पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को सुनने के लिए अनुपस्थित रहने पर चंडीगढ़ में पीजीआई नर्सिंग संस्थान की 36 छात्राओं को एक सप्ताह तक छात्रावास से बाहर न निकलने की सजा दी गई है। इस मामले के बाद अब विपक्ष मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने भी ‘मन की बात’ को ‘मंकी बात’ बताकर मोदी सरकार की आलोचना की है ।
महुआ मोइत्रा ने क्या कहा?
I haven’t listened to monkey baat either. Not once. Not ever. Am I going to be punished as well? Will l be forbidden from leaving my house for a week?
Seriously worried now. pic.twitter.com/HaqEQwsWOj
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) May 12, 2023
महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा। मैंने कभी ‘मंकी बात’ नहीं सुनी। तो क्या मुझे भी ऐसी सजा मिलेगी? क्या मुझे भी एक हफ्ते के लिए घर में रखा जाएगा? अब मैं वास्तव में चिंतित हूं। ”
आख़िर मामला क्या है?
चंडीगढ़ के पीजीआई संस्थान के एलटी-1 ऑडिटोरियम में 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात की 100वीं कड़ी को सुनने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। पीजीआई के निदेशक की ओर से सुझाव दिया गया कि सभी छात्र-छात्राएं इस कार्यक्रम में शामिल हों। हालांकि, प्रथम वर्ष के 28 और तृतीय वर्ष के आठ छात्रों सहित कुल 36 छात्र कार्यक्रम से अनुपस्थित रहे। इसलिए उन्हें एक सप्ताह के लिए छात्रावास में रखने की सजा दी गई।