महाराष्ट्र में एक 22 साल की टिकटॉक स्टार ने आत्महत्या कर सूबे की राजनीति में सनसनी मचा दी है । टिकटॉक स्टार के आत्महत्या करने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में तूफान आ गया। भाजपा ने इस आत्महत्या के पीछे शिवसेना के एक मंत्री का प्रेम प्रसंग का मामला बताकर अघाडी सरकार को निशाने पर ले लिया है।
इसी के साथ ही भाजपा ने इस मुद्दे पर कल पूरे दिन महाराष्ट्र में धरना – प्रदर्शन जारी रखें । इस दौरान महाराष्ट्र की आघाडी सरकार पशोपेश में आ गई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंत्री को तलब किया। आनन-फानन में ही आरोपी मंत्री ने मुख्यमंत्री ठाकरे को इस्तीफा सौंप दिया।
इसके बाद भी भाजपा चुप नहीं बैठी है, बल्कि भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने यह तक कहा कि केवल मंत्री का इस्तीफा काफी नहीं है, उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए। इस मामले में भाजपा ने शिवसेना के मंत्री की जमकर घेराबंदी की है।
भाजपा ने महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ पर टिकटॉक स्टार की बातचीत, वीडियो और ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद मंत्री पर महिला से संबंध होने के आरोप लगाए थे। मंत्री का नाम आने पर अघाडी सरकार कटघरे में आ गई है । सरकार पर अपने आरोपी मंत्री को बचाने के आरोप लग रहे हैं।
इस मामले में भाजपा की प्रदेश वाइस प्रेसिडेंट चित्रा वाघ ने आरोप लगाते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार अपने वन मंत्री संजय राठौड़ को बचा रही है। जिनका नाम एक महिला की मौत के मामले में जुड रहा है । यही नहीं बल्कि भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष ने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
आत्महत्या करने वाली टिकटॉक स्टार पूजा चव्हाण बीड़ जिले के एक गांव की रहने वाली है। वह अंग्रेजी सीखने के लिए अपने भाई के साथ पुणे में रह रही थी। जहां उसने आठ फरवरी को बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली । चव्हाण के परिवार ने पूजा की मौत के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका जताते हुए इस मामले में वन मंत्री संजय राठौड़ की तरफ इशारा किया है।
चर्चा है कि आघाडी सरकार में वन मंत्री संजय राठौड़ और पूजा चव्हाण के बीच प्रेम संबंध थे । इसी के साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि पूजा चव्हाण ने मंत्री से मिले किसी बड़े धोखे को सहन न कर पाने की वजह से सुसाइड कर ली।
हालांकि, प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दे दिए हैं। जबकि राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस मामले में राज्य सरकार और पुणे पुलिस को नोटिस जारी किया है।